• जल की सतह के उपर का दुश्य देखने के लिए पनडुन्बी में पेरीस्कोप यंत्र का प्रयोग होता है।
• भिन्न-भिन्न तारों के भिन्न-भिन्न रंग इनके विकिरण की विविधता के कारण होते है।
• वायुमंडल में प्रकाश के विसरण का कारण घूल-कण है।
• ध्यनि तरंगे ठोस तथा गैस दोनों माध्यमों में चल सकती है।
• लेजर बीम का उपयोग कैंसर चिकित्सा में होता है।
• काँच से होकर गुजरने पर प्रकाश की गति न्यूनतम होगी।
• जेव अणु का संश्लेषण और टूट जाना उपापच्य है।
• ग्रह-गति नियम का प्रतिपादन जॉन्स केप्लर ने किया था।
• माध्यम के तापमान में वृद्धि के साथ प्रकाश की गति वैसी ही रहती है।
• लाल रंग के गुलाब को हरे रंग में देखने पर वह काला दिखाई देता है।
• सरल सूक्ष्मदर्शी में बना प्रतिबिम्ब आभासी तथा सीधा होता है।
• SI पद्धति में बल का मात्रक 'न्यूटन' (N) जबकि CGS पद्धति में बल का मात्रक 'डाइन' होता है।
• इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर अभिकेन्द्रीय बल के कारण चक्कर लगाते है।
• सर्कंस में मौत का कुआँ अपकेन्द्री बल का उदाहरण है।
• कैंची, सड़सी, पीलाश प्रथम श्रेणी के उत्तोलक है।
• सरोता , नींबू नीचोड़ने वाली मशीन द्वितीय श्रेणी के उत्तोलक है।
• चिमटा , किसान का हल तृतीय श्रेणी के उत्तोलक है।
• वायु की अनुपस्थिति में समान ऊँचाई से गिराई गई दो भिन्न-भिन्न द्रव्यमानों की वस्तुएँ पृथ्वी पर एक साथ पहुँचेगी।
• वायु की उपस्थिति में समान ऊँचाई से गिराई गई वस्तुओं में भारी वस्तु हल्के वस्तु की तुलना में पहले पृथ्वी पर पहुँचेगी।
• पलायन वेग किसी पिंड के कक्षीय बेग का √2 गुणा होता है।
• यदि पृथ्वी की कोणीय चाल में 17 गुणा वृद्धि कर दी जाए तो विषुवत रेखा पर घुमने वाली वस्तु का भार शून्य हो जाएगा।
• स्प्रीग को अपनी सामान्य लम्बाई पर बापस लौटने के लिए लगने वाले बल को प्रत्यानयन बल कहते है।
• पानी के अंदर ध्वनि सुनने वाला यंत्र हाइड्रोफोग कहलाता है।
• एक नैनोमीटर 10“ मीटर के बराबर होता है।
• श्यानता की SI इकाई प्वाइज है।
• मैनोमीटर द्वारा गैस का दाब माफ जाता है।