बाल विकास Part 8 Important Questios for MPTET, CTET, UPTET, CGTET, REET

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105. सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन में व्यापक मूल्यांकन शब्दावली का तात्पर्य है- 

(a) सभी विषयों का मूल्यांकन 

(b) सह-शैक्षिक क्षेत्र का मूल्यांकन 

(c) शैक्षिक एवं सह-शैक्षिक क्षेत्र का मूल्यांकन  

(d) शैक्षिक क्षेत्र का मूल्यांकन 

Ans.(C) 

106. बच्चों का मूल्यांकन होना चाहिए- 

(a) बोर्ड परीक्षा द्वारा  

(b) सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन द्वारा 

(c) गृह परीक्षा द्वारा 

(d) लिखित एवं मौखिक परीक्षा द्वारा 

Ans. B 

107. मूल्यांकन किया जाना चाहिए- 

(a) मूल्यांकन से बच्चे पढ़ेंगें। 

(b) बच्चों की उपलब्धि का पता लगता है। 

(c) बच्चों के सीखने के स्तर का ज्ञान पता लगता है। 

(d) शिक्षकों की उपलब्धि का पता लगता है। 

Ans.(c) 

108. सतत् व व्यापक मूल्यांकन में व्यापक’ शब्द का अभिप्राय है- 

(a) संज्ञानात्मक  

(b) सह-संज्ञानात्मक 

(C) (A) और (B) दोनों  

(d) इनमें से कोई नहीं  

Ans.(c) 

109. मूल्यांकन का उद्देश्य है- 

(a) बच्चे को उत्तीर्ण/अनुत्तीर्ण घोषित करना। 

(b) बच्चा क्या सीखा है, यह जानना? 

(c) बच्चे के सीखने में आई कठिनाइयों को जानना। 

(d) उपरोक्त सभी 

Ans. D 

110. परीक्षा के स्थान पर सतत् और व्यापक मूल्यांकन गुणवत्ता मूलक. शिक्षा के लिए अधिक उपयुक्त है, क्योंकि इसमें- 

(a) संज्ञानात्मक क्षेत्र का मूल्यांकन किया जाता है। 

(b) सहसंज्ञानात्मक क्षेत्र का मूल्यांकन किया जाता है। 

(c) मूल्यांकन सतत् एवं व्यापक क्षेत्रों का होता है। 

(d) उपरोक्त सभी 

Ans. D 

111. विद्यालयी क्षेत्र में रचनात्मक निर्धारकों को जानने के लिए इनमें से कौनसा उपागम नहीं है? 

(a) वार्तालाप कौशल  

(b) बहुविकल्पीय प्रश्न 

(c) परियोजना कार्य  

(d) मौखिक प्रश्न .  

Ans.(b) 

112. नैदानिक परीक्षा (Diagnostic Test) का मुख्य उद्देश्य है- . 

(a) कक्षा में प्रदर्शन के दौरान सामान्यतया कमजोर क्षेत्र को चिह्नित करना। 

(b) उपचारात्मक कार्यक्रम की विशेष प्रकृति की आवश्यकता। 

(c) अकादमिक कठिनाइयों के कारणों का पता लगाना। 

(d) छात्र की कठिनाइयों की विशेष प्रकृति को जानना। 

Ans. C 

113. CCE में, औपचारिक और योग्यात्मक निर्धारण का कुल मूल्य होता है- 

(a) क्रमशः 40% और 60%  

(b) क्रमशः 60% और 40% 

(c) क्रमशः 50% और 50%  

(d) क्रमशः 70% और 30%  

Ans.(a) 

114. सर्वाधिक प्रभावी मूल्यांकन पद्धति है- 

(a) वार्षिक परीक्षा प्रणाली  

(b) सपुस्तक परीक्षा प्रणाली 

(c) सेमेस्टर प्रणाली  

(d) वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र पद्धति  

Ans.(c) 

115. पद ‘व्यापक मूल्यांकन’ का तात्पर्य है- 

(a) अलग-अलग समय किया जाने वाला मूल्यांकन। 

(b) अध्यापकों के एक समूह द्वारा किया जाने वाला मूल्यांकन 

(c) लंबी अवधि के कई टेस्ट 

(d) विद्यार्थी की संवृद्धि के शैक्षिक व सहशैक्षिक आयामों का मूल्यांकन 

Ans. (d) 

116. छात्र की प्रयोगात्मक दक्षता के आंकलन का यथोचित रूप है- 

(a) साक्षात्कार 

(b) अवलोकन 

(c) प्रश्नावली 

(d) लिखित परीक्षा 

Ans. B 

117. कक्षा नायक (उपदेशक) द्वारा प्रयुक्त मूल्यांकन का प्रकार जो अनुदेशन के समय सीखने के विकास में किया जाता है, कहलाता 

(a) नैदानिक मूल्यांकन  

(b) फॉर्मेटिव मूल्यांकन 

(c) प्लेसमेन्ट मूल्यांकन  

(d) संकलित मूल्यांकन  

Ans.(b) 

118. निबंधात्मक प्रश्न के लिए निम्नलिखित में से कौन सबसे अच्छा  विकल्प है- 

(a) न्यूटन के गति के नियम की चर्चा करें। 

(b) न्यूटन के गति के तीन नियमों की व्याख्या करें.। 

(c) न्यूटन के गति का नियम क्या है? 

(d) न्यूटन के गति के नियम पर एक लेख लिखे। 

Ans. B 

119. शिक्षक को गृहकार्य की जाँच करनी चाहिए- 

(a) कभी-कभी 

(b) कभी नहीं । 

(c)नियमित 

(d) जब छात्र कहे  

Ans.(c) 

120. शिक्षा में फ्राबेल का महत्वपूर्ण योगदान था ……. का विकास। 

(a) व्यावसायिक स्कूल  

(b) पब्लिक स्कूल  

(c) किण्डर गार्टन  

(d) कोई नहीं 

Ans. C 

121. निम्नलिखित में संश्लेषण का उदाहरण है- 

(a) निबंध लिखना  

(b) भाषण देना। 

(c) प्रमेय सिद्धांत करना।  

(d) चित्र रंगना। 

Ans.(c) 

122. परीक्षा के स्थान पर सतत् और व्यापक मूल्यांकन, गुणवत्ता मूलक शिक्षा के लिए अधिक उपयुक्त है, क्योंकि इसमें- 

(a) संज्ञानात्मक क्षेत्र का मूल्यांकन किया जाता है। 

(b) सहसंज्ञानात्मक क्षेत्र का मूल्यांकन किया जाता है। 

(c) मूल्यांकन सतत् एवं व्यापक क्षेत्रों का होता है। 

(d) उपरोक्त सभी . 

Ans.(d) 

123. भारतीय समाज की बहुभाषिक विशेषता को ……. देखा जाना चाहिए। 

(a) विद्यालयी जीवन को समृद्ध बनाने के संसाधन के रूप में 

(b) विद्यार्थियों को सीखने के लिए अभिप्रेरित करने हेतु शिक्षक- योग्यता की चुनौती के रूप में .. 

(c) शिक्षार्थियों के लिए विद्यालयी जीवन को एक जटिल अनुभव के रूप में बनाने के एक कारक के रूप में 

(d) शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में बाधा के रूप में 

Ans.(a) 

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