आज हम आपको मध्यप्रदेश में आयोजित विगत परीक्षाओं के सभी पुराने प्रश्न वन लाइनर रूप में उपलब्ध करा रहे हैं और हमारे द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे यह सभी प्रश्न टॉपिक वाइज उपलब्ध कराए जाएंगे।

यह प्रश्न पिछले वर्षों में आयोजित MPPSC परीक्षा, Vyapam परीक्षाओं (जैसे: पुलिस, जेल प्रहरी, इंस्पेक्टर , ग्रुप 2, ग्रुप 4, लैब टेक्नीशियन, स्टेनो इत्यादि) के प्रश्न हैं।

वन लाइनर MPGK का भाग-4

  • म.प्र, के प्रथम राज्यपाल श्री पट्टाभि सीतारमैया थे। 
  •  विदर्भक्षेत्र जो अब महाराष्ट्‌ राज्य का भाग है, पहले म.प्र. राज्य का भाग था।  
  •  दूधराज म.प्र. का राज्य पक्षी है |  
  • म.प्र. राज्य का उच्च न्यायालय जबलपुर में स्थित है। 
  •  भोपाल गैस त्रासदी मिथाइल आइसो सायनेट गैस के कारण हुई थी।  
  •  म.प्र, में लोकसभा की 29 सीटें हैं।  
  • भोपाल गैस दुर्घटना के समय म.प्र. के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह थे।  
  • म.प्र. के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल थे।  
  • म.प्र. का वल्‍लभ-भवन सचिवालय भवन है।  
  •  भोपाल राज्य भारतीय संघ में 1 जून 1949 को शामिल हुआ।  
  •  गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान की सीमा म. प्र. राज्य से लगती है।  
  • म.प्र. के दक्षिण में महाराष्ट्र राज्य है।  
  •  म.प्र. में राज्यसभा की 11 सीटें हैं।  
  • म.प्र. की उत्तर से लेकर दक्षिण तक की चौड़ाई 605 किलोमीटरहै।  
  • म.प्र. कांग्रेस कमेटी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में पृथक छत्तीसगढ़ बनाने की माँग 1993 मे की गई 
  •  श्री रामप्रकाश गुप्त राज्यपाल की कार्यकाल के दौरान मृत्यु हुई थी। 
  •  पी.वी. दीक्षित प्रथम लोकायुक्त थे।  

राज्य गठन एवं विभाजन  

  • 15 अगस्त 1947 को स्वाधीनता के समय म.प्र. में 61 देशी रियासतें थीं।  
  • *जब 1997 में सेंट्ल प्रोविजन व बरार क्षेत्र में बघेलखंड व छत्तीसगढ़ रियासत को मिलाकर म.प्र.राज्य बना जिसकी राजधानी नागपुर थी। जिसे पार्ट A  नाम दिया गया था।  
  • भोपाल स्टेट एक पृथक राज्य के रूप में था जिसकी राजधानी बी श्रेणी थी।  
  • अविभाजित म.प्र. से लोकसभा के 40 सदस्य निर्वाचित होते थे, वर्तमान में 29 हैं। 
  • भोपाल से पहले म.प्र. की राजधानी नागपुर थी।  
  •  अविभाजित म.प्र. का गठन 1956 में हुआ था। 
  • 1956 से पूर्व भोपाल स्टेट को सी श्रेणी प्राप्त थी।  
  •  वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ को म.प्र. से पृथक किया गया।  
  • 1 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ म.प्र. से अलग हुआ। 
  •  भोपाल मध्य भाग एवं विध्यप्रदेश 1956 में म.प्र. से जुड़ा था। 
  •  म.प्र. राज्य का गठन 1 नवम्बर 1956 को हुआ था।  
  •  छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवम्बर 2000 को हुई थी।  

नदियाँ  

  • म.प्र. की नर्मदा नदी पर बरगी बाँध बना है।  
  •  नर्मदा नदी के समानांतर ताप्ती नदी बहती है।  
  •  निमाड़ उत्सव का आनंद नर्मदा नदी के तट पर लिया जाता है।  
  •  नर्मदा नदी को म.प्र. की जीवन रेखा के नाम से जाना जाता है।  
  •  चम्बल नदी पर बनाए गए बाँधों में पहला गाँधी सागर बाँध है।  
  •  म.प्र. की सबसे पवित्र नदी नर्मदा है।  
  • बालाघाट वैनगंगा नदी पर स्थित है।  
  •  यमुना में केन, बेतवा, चम्बल आदि नदियाँ मिलती हैं।  
  •  राजघाट बाँध, परिछा बाँध, माताटीला बाँध बेतवा नदी पर स्थित है।  
  •  नदी को सूर्य भगवान की बेटी कहा जाता है।  
  • का जलप्रहण क्षेत्र मध्यप्रदेश , उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़आदि में आता है  
  • चम्बल, सिंध, बेतवा, केन नदियाँ उत्तर की ओर बहती हैं।  
  • चम्बल बेसिन में सबसे ऊपरी जिला मुरैना है।  
  • कान्हा क्षेत्र में सुर्पण नदी बहती है।  
  • केन नदी पन्‍ना बाघ अभ्यारण्य से गुजरती है।  
  • म.प्र. के अनूपपुर में अमरकंटक स्थित है।  
  • नर्मदा नदी मैकल पहाड़ियों से निकलती है तथा खम्भात की खाड़ी अरब सागर में गिरती हैं 
  • वैनगंगा अंत में गोदावरी के साथ मिल जाती है।  
  • इंदिरा सागर बाँध नर्मदा नदी पर बनाया गया है।  
  • म.प्र. सरकार मे नर्मदा नदी में रेत खुदाई कार्य पर प्रतिबंध लगा दिया है।  
  • धुती बाँध वैनगंगा नदी पर निर्मित है।  
  • नर्मदा नदी घाटी पर राजसोरस के कंकाल अवशेषों के जीवाश्मों का उत्खनन हुआ है  
  • पगारा बाँध मुरैना में स्थित है।  
  • सतपुड़ा और बिन्ध्य पर्वतमालाओं के बीच नर्मदा नदी बहती है।  
  • नर्मदा बचाओ आंदोलन सरदार सरोवर बांध के विरुद्ध चलाया गया।  
  • मध्य भारत पठार क्षेत्र में चंबल, कालीसिंध, पार्वती नदियाँ बहती हैं।  
  • शक्कर नदी नर्मदा की सहायक है।  
  • धासान नदी बेतवा की सहायक नदी है।  
  • बेतवा नदी म. प्र. और उत्तरप्रदेश के बीच बहती है।  
  • बंजर और हलोन नदियाँ कान्हा टाइगर अभ्यारण्य के मध्य बहती हैं।  
  • म.प्र. में नर्मदा घाटी की ऊँचाई एम.एस.एल. से 300 मीटर ऊपर है।  
  • बेतवा नदी भोपाल के सबसे निकटतम बहती है।  
  • अशोकनगर सिंध और बेतवा नदियों के मध्य स्थित है।  
  • रीवा की तमस नदी पुरवा झरने का निर्माण करती है।  
  • वैनगंगा नदी तट पर बालाघाट स्थित है।  
  • नर्मदा, चम्बल, माही तीनों नदियाँ म.प्र. में बहती हैं।  
  • बालाघाट में नलशेषा बाँध का निर्माण चंदन नदी पर किया गया। 
  •  
  • पुनासा बाँध नर्मदा नदी पर खंडवा जिले में स्थित है।  
  • महेश्वर नर्मदा किनारे स्थित है।  
  • बरगी बाँध नर्मदा नदी पर स्थित है।  
  • कैन नदी जबलपुर जिले से निकलती है।  
  • पासींली बनास नदी के किनारे स्थित है।  
  • बाणसागर बाँध सोन नदी पर शहडोल जिले के देवलोद नामक स्थान पर है।  
  • आगर-मालवा में छोटी कालीसिंध नदी बहती है।  
  • नर्मदा नदी पर सबसे बढ़ा बाँध सरदार सरोवर है।  
  • क्षिप्रा नदी के तट पर सिंहस्थ कुंभ मेला लगता है।  
  • टीकमगढ़ में उदगम हुई नदी जिसे पुष्पावती कहते हैं उसका नाम पहुज है। 
  • चम्बल नदी पर स्थित गाँधी सागर बाँध म.प्र. व राजस्थान की सीमा पर है।  
  • रातापानी बाँध रायसेन में स्थित है।  
  • मैकल रेंज की अमरकंटक पहाड़ी से नर्मदा और सोन नदियों का उद्गम होता है।  
  • ‘ सिंध नदी पर मेड़ीखैड़ा बाँध बनाया गया है।  
  • ताप्ती नदी नर्मदा के समानांतर बहती है।  
  • सिंध नदी गुना के समीप से निकलती है।  
  • क्षिप्रा की सहायक सरस्वती और खान नदियाँ हैं।  
  • क्षिप्रा नदी का उदगम काकराबर्डी पहाही से संबंधित है।  
  • ग्वालियर चम्बल किनारे बसा है।  
  • तवा नदी मड़ई वन के मध्य बहती है।  
  • महाभारत में चर्मावती को चम्बल के नाम से जाना जाता है। 
  • झाबुआ जिले की दक्षिण सीमा सै नर्मदा नदी निकलती है।  
  • कंचन घाट बेतवा नदी पर स्थित है।  
  • इंदौर शहर के पानी का स्त्रोत मुख्यतः नर्मदा है।  
  • म.प्र. एवं उ.प्र. की सीमा बनाने वाली नदी जामनी नदी है।  
  • नर्मदा, सोन नदियों का उदगम अमरकंटक से है।  
  • रिवर ऑफ प्लेजर के नाम से नर्मदा को जाना जाता है।  
  • पेहसारी बाँध ग्वालियर में स्थित है।  
  • खंडवा में नर्मदा नदी पर द्वीप एवं पर्यटन स्थल हनुवंतिया टापू है। 
  • म.प्र. में सबसे महत्वपूर्ण एवं पवित्र नदी द्वीप ओंकारेश्वर है।  
  • सीहोर नदी सीवान और लतिया के संगम पर स्थित है।  
  • तबा जलाशय म.प्र. के होशंगाबाद जिले में स्थित है।  
  • कुनो नदी चम्बल की सहायक नदी है।  
  • कैन नदी नर्मदा नदी जोड़ने वाली परियोजना के ग्रीन पेनल, और जनजातीर मामलों के मंत्रालय से सिग्नल मिलता हैं 
  • नमामि देवी नर्मदा सेवा यात्रा की शुरुआत 11 दिसम्बर 2016 से हुई।  
  • खान और सरस्वती नदी इंदौर में मिलती हैं। ”  
  • धार नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। (वैसे धार जिले से नर्मदा नदी प्रवाहित  
  • शिवपुरी सिंध नदी के तट पर स्थित है।  
  • नर्मदा नदी अमरकंटक की पहाड़ियों से निकलकर समुद्र में जिस क्षेत्र में मिलती हैं उसका नाम खम्भत की खाडी हैं 
  • क्षिप्रा, पार्वती एवं कालीसिंध नदियाँ चम्बल नदी में मिलती हैं। 
  • ओरछा, साँची, विदिशा बेतवा नदी के किनारे स्थित है। 
  • नर्मदा नदी की कुल लम्बाई 1312 किमी. है।  
  • म.प्र, में बहने वाली सबसे लम्बी नदी नर्मदा है।  
  • नर्मदा नदी का उद्गम स्थल अमरकंटक है।  
  • चम्बल नदी का प्रवाह म.प्र. , राजस्थान व उ.प्र.में है।  
  • नर्मदा नदी का स्त्रोत अमरकंटक है  
  • कुनौ नदी का उद्गम स्थल शिवपुरी है।  
  • म.प्र. में नर्मदा नदी की लम्बाई 1077 किमी. है  
  • पार्वती नदी का उद्गम स्थल सीहोर जिला है  
  • मण्डला नर्मदा नदी के किनारे बसा है।  
  • दूधी, बरनार एवं चमेली म.प्र. की नदियाँ हैं।  
  •  नर्मदा भ.प्र. की सर्वाधिक लम्बी नदी है।  
  • अम्बल, पार्वती, शिप्रा, नदी का जल यमुना नदी में मिलता है।  
  •  तवा नदी, नर्मदा की सहायक नदी है।  
  • रामघाट म.प्र. की क्षिप्रा नदी पर स्थित है।  
  • नर्मदा नदी म.प्र. , महाराष्ट्र, गुजरात से होकर बहती है।  
  •  चम्बल नदी का उद्गम स्थल महू इन्दौर है।  
  • म.प्र. की बेन गंगा वर्धा नदियों का संगम प्रजाहिता के नाम से जाना जाता है।  
  •  अ मरकंटक म.प्र. का ऐसा स्थान है जहाँ से दो नदियों का उद्गम 2 से 3 किलोमीटर के क्षेत्रफल के अन्दर होता हैं 
  • नर्मदा नदी का उद्गम म.प्र. से होता है और इसका समापन खम्भात की खाड़ी में होता हैं 
  • म.प्र. में बहने वाली सबसे बड़ी नदी नर्मदा नदी है। 
  • म.प्र. की उत्तरी सीमा चम्बल नदी द्वारा निर्धारित होती है।  
  •  म.प्र. में ताप्ती नदी का उद्गम मुलताई स्थल बैतूल जिले में है।  
  • पार्वती, सिन्ध एवं सोन नदियाँ म.प्र. में बहती है।  

नहर/परियोजनाएँ/बॉँध/जलप्रपात 

  • बावनथड़ी परियोजनामध्य-प्रदेश एवं महाराष्ट्र की एक संयुक्त परियोजना है  
  •  चचाई जलप्रपात म.प्र. का सबसे ऊँचा जलप्रपात है।  
  •  गाथा जलप्रपात म.प्र. के पन्‍ना जिले में स्थित है।  
  • केवटी जलप्रपात म.प्र. के रीवा में है।  
  • स्नेह जलप्रपात केन नदी पर है।  
  • कपिल धारा जलप्रपात नर्मदा नदी पर स्थित है।  
  •  बी फॉल पैंचमढ़ी में स्थित है।  
  •  कपिल धारा, मंधार, धुआँधार सभी नर्मदा नदी के झरने हैं।  
  • पांडव जलप्रताप पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है।  
  • कपिलधारा जलप्रपात अमरकंटक जिले में हैं।  
  •  हलाली जलाशय म.प्र. के रायसेन जिले है।  
  •  चचाई जलप्रपात रीवा में है।  
  • राजघाट बाँध बेतवा नदी, तवा बाँधतवा नदी एवं बाणसागर बाँध-सोन नदीपर बने हैं 
  •  माताटीला बाँध परियोजना का सम्बन्ध सागर जिले से है।  
  •  बेनगंगा बाँधसोन नदी पर बनाया गया है।  
  •  चचाई जल प्रपातबीहड़ नदी पर स्थित है।  
  • माताटीला बाँधबेतवा नदी पर निर्मित है।  
  • राजघाट बाँध, बेतवा नदी पर बना है  
  • गाँधी सागर बाँध के जल का हिस्सा म.प्र. एवं राजस्थान को प्राप्त होता है।  
  • गाँधी सागर बाँध का निर्माण चम्बल नदी पर हुआ है।  
  • बाणसागर बौंध का निर्माण सोन नदी पर किया गया है।  
  •  धुआँधार जल प्रपात नर्मदा नदी पर स्थित है  
  • रानी लक्ष्मीबाई राजघाट परियोजना म.प्र. एवं उ.प्र. की संयुक्त परियोजना है  
  • राणा प्रताप सागर परियोजना म.प्र. एवं राजस्थान की संयुक्त परियोजना है।  
  • बारना नहर बारना नदी पर बनायी गयी है।  
  •  रजत जल प्रपात, पत्तमढ़ी में है।  
  • म.प्र.,उ.प्र एवं बिहार की संयुक्स परियोजना बाण सागर परियोजना है  
  •  हलाली नहर म॒ प्र, के विदिशा जिले में है। 

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