आज हम आपको मध्यप्रदेश में आयोजित विगत परीक्षाओं के सभी पुराने प्रश्न वन लाइनर रूप में उपलब्ध करा रहे हैं और हमारे द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे यह सभी प्रश्न टॉपिक वाइज उपलब्ध कराए जाएंगे।
यह प्रश्न पिछले वर्षों में आयोजित MPPSC परीक्षा, Vyapam परीक्षाओं (जैसे: पुलिस, जेल प्रहरी, इंस्पेक्टर , ग्रुप 2, ग्रुप 4, लैब टेक्नीशियन, स्टेनो इत्यादि) के प्रश्न हैं।
वन लाइनर MPGK का भाग-5
खनिज (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- बालाघाट म.प्र. की मैंगनीज राजधानी के नाम से जाना जता है।
- म.प्र. सुरमा उत्पादक जिला जबलपुर है।
- म.प्र. के बालाघाट में बॉक्साइट, कॉपर, डोलोमाइट आदि खनिज पाये जाते हैं
- भार्वेली (बालाघाट) – मैग्नीज की खदान
- म.प्र. के अलावा हीरे असम में पाए जाते हैं।
- बॉक्साइट एल्यूमीनियम का अयस्क है जो कटनी की खदान से मिलता है।
- म.प्र. में मैगनीज बालाघाट व छिंदवाड़ा में पाया जाता है।
- म.प्र. के अलावा, भारत में अन्य कार्यशील हीरे की खानें नहीं हैं।
- मध्यप्रदेश का ग्वालियर जिला पत्थर की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है।
- मैंगनीज के सर्वाधिक भंडार म.प्र. के बालाघाट जिले में हैं।
- म.प्र. का बढ़गाँव क्षेत्र तॉँबा खनिज के उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है।
- म.प्र. में सर्वाधिक भण्डार ताँबा का है।
- एस्वेस्टॉस खनिज मुख्य रूप से झाबुआ में पाया जाता है।
- हीरा/तौँबा खनिज की अधिकतम मात्रा म.प्र. में उपलब्ध है
- म.प्र. में ग्रेफाइट बैतूल में पाया जाता है।
- हीरे की खदानें पन्ना जिले में हैं।
- म.प्र. में हीरा सागर सम्भाग में पाया जाता है।
- म.प्र. का एकमात्र जिला शहडोल है, जिसमें यूरेनियम खनिज पाया जाता है।
- बालाघाट मैग्नीज उत्पादन के लिए एवं ताँबा की सर्वाधिक मात्रा के लिए बालाघाट प्रसिद्ध हैं
- म.प्र. में हीरे पन्ना जिले में पाये जाते है।
- म.प्र. में तॉँबा बालाघाट जिले में पाया जाता है।
- सफेद संगमरमर भेड़ाघाट (जबलपुर) में पाया जाता है।
उद्योग (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019/
- जबलपुर, कटनी, इटारसी, म.प्र. में आयुध कारखाना है
- गवर्नमेन्ट, आर्डिनेस फैक्ट्री, खमरिया सिक्योरिटी पेपर मिल होशंगाबाद एवं करेंसी प्रिटिंग प्रेस देवास मे स्थिति हैं
- सिक्योरिटी पेपर मिल होशंगाबाद शहर में स्थित है।
- म.प्र. उद्योग निगम द्वारा संचालित हाट या एम्पोरियम मृगनयनी के नाम से जाना जाता हैं
- सीमेन्ट उद्योग के लिए म.प्र. में कैमूर प्रसिद्ध है।
- मणिरतन एवं जेवरात उद्योग म.प्र. में इन्दौर शहर में है
- सीमेण्ट शीट उद्योग कटनी में स्थित है
- एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन कारखाना उज्जैन में है।
- अगासोद (बीना) की तेल शोधन रिफाइनरीओमान के सहयोग से बनी है
- संगमरमर उद्योग म.प्र. के कटनी जिले में है
- म.प्र. का सबसे बड़ा हथकरचघा उद्योग बुरहानपुर में है।
- म.प्र. में सूती वस्त्र मिलें इन्दौर जिले में सर्वाधिक पाई जाती है।
शिक्षा (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल में स्थित है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार म.प्र. की साक्षरता दर 69.3% है।
- राष्ट्रीय लॉ इन्स्टीट्यूट यूनिवर्सिटी भोपाल में स्थित है।
- गजराराजे चिकित्सा महाविद्यालय ग्वालियर म.प्र. का सबसे पुराना चिकित्सा महाविघ्यालय हैं
- डॉबाबा साहेब आम्बेडकर राष्ट्रीय सामाजिक विज्ञान संस्थान महू में है
- जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में स्थित है।
- गजराराजे चिकित्सा महाविद्यालय म.प्र. के ग्वालियर जिले में है।
- शंकर गान्धर्व महाविद्यालय म.प्र. के ग्वालियर जिले में है।
- ग्वालियर में राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद का क्षेत्रीय कार्यालय है
- इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय का मुख्यालय अमरकंटक में हैं।
- क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान म.प्र, में भोपाल में है।
- म.प्र. का एकमात्र यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय बुरहानपुर में है।
- जवाहरलाल नेहरू कृषि महाविद्यालय जबलपुर में है।
- लक्ष्मीबाई इन्स्टीयूट ऑफ फिजिकल एज्युकेशन ग्वालियर में स्थित है
- म.प्र. के ग्वालियर शहर में राजा मानसिंह तोमर संगीत विश्वविद्यालय स्थित है।
- मौलाना आजाद राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान भोपाल में है।
- डेली कॉलेज जो कि भारत का एक जाना माना स्कूल है। जो म.प्र. के इन्दौर शहर में स्थिति है
- राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान (॥1) वर्ष 2009 में इन्दौर में स्थापित किया गया है।
- महर्षि वैदिक विश्वविद्यालय जबलपुर में है।
- पुलिस वायरलेस प्रशिक्षण विद्यालय इन्दौर जिले में है।
- म.प्र. में हॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर राष्ट्रीय सामाजिक विज्ञान संस्थान महू में है।
- म.प्र. का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय है।
- दन्त चिकित्सा महाविद्यालय, इन्दौर में स्थित है।
जनजातियाँ (/व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
जनजातियाँ (/व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- 2011 की जनगणना के अनुसार भोपाल सबसे घनी आबादी वाला जिला है। |
- क्षेत्रफल की दृष्टि से म.प्र. भारत का दूसरा स्थान है।
- म.प्र. में जनगणना 2011 के अनुसार ग्रामीण आबादी 72.81% है।
- जनगणना 2011 के अनुसार म.प्र. का सर्वाधिक आबादी वाला ग्रामीण जिला रीवा हे
- म.प्र. राज्य में कुल 52 जिले हैं।
- जनसंख्या की दृष्टि से म.प्र. भारत का पाँचवाँ सबसे बड़ा राज्य है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार म.प्र. की जनसंख्या 7.27 करोड़ ह।
- सौंई सेन्ट्रल रीजनल सेन्टर भोपाल में स्थित है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार गोंड म.प्र. की दूसरी बढ़ी जनजाति है।
- म.प्र. का कुल भौगोलिक क्षेत्र 308 लाख हेक्टेयर है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार म.प्र. की औसत साक्षरता दर 69.32% है।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से म.प्र, का सबसे बढ़ा जिला छिंदवाड़ा है।
- देश के क्षेत्रफल का लगभग 9.5% भाग मध्यप्रदेश का क्षेत्रफल है।
- घने वन आवरण की श्रेणी में म.प्र, का सीधी जिला माना जाता है।
- इंदौर भारत का 5वाँ सबसे बड़ा शहर है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार म.प्र. की साक्षरता दर 70.6% थी।
- 2011 की जनगणना के अनुसार म.प्र. का वन क्षेत्र 30.72% है।
- कन्या साक्षरता प्रोत्साहन योजना को लड़कियों की प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए जनवरी2006 मे शुरू किया गया था।
- म.प्र. क्षेत्रफल के अनुसार देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है।
- म.प्र. के इंदौर व ग्वालियर में विशेष आर्थिक क्षेत्र है।
- भारत भवन में 6 वर्ग, यह भोपाल में है।
- बुरहानपुर जिले की स्थापना 2003 में खंडवा से अलग कर की गई थी।
- दक्षिण भारत का द्वार बुरहानपुर जिले कहा जाता है।
- 1 सदी ई. पू. में. म.प्र. का सबसे अच्छा वाणिज्यिक केन्द्र उज्जैन था।
- देश का 9.5% क्षेत्र म.प्र. में आता है।
- जनगणना 2011 के अनुसार म.प्र. की साक्षरता दर 70.6% थी, जनसंख्या 7.27 करोड़।
- म.प्र. की कुल जनसंख्या में जनजातीय जनसंख्या का प्रतिशत (20-27) है
- म.प्र. में 46 स्वीकार्य (चिन्हित) राज्य जातियाँ हैं।
- गोण्ड, कोरकू, भील म.प्र. की जनजातियाँ है।
गोण्ड भील एवं कोल म.प्र. की जनजातियाँ हैं।
- धार, झाबुआ, मण्डला अधिकतम आदिवासी बहुल जिले है।
- म.प्र. की सबसे बड़ी जनजाति भील है।
- भगोरिया, बैगा जनजातीय समुदाय से सम्बन्धित है।
- शंकरशाह, रघुनाथशाह एवं रानी दुर्गावती , गोंड शासकों में सम्मिलित है |
- सहरिया जनजाति चम्बल क्षेत्र में निवासरत है।
- गोंड, भील एवं कोरकू जनजाति म.प्र. में है।
- भगोरिया मुख्यतः भील जनजाति का लोक नृत्य है।
- बारिया जनजाति छिन्दवाड़ा जिले के तामिया विकासखण्ड के पातालकोट में पाई जाती है।
- म.प्र. में भगोरिया झाबुआ जिले में मनाया जाता है।