आज हम आपको मध्यप्रदेश में आयोजित विगत परीक्षाओं के सभी पुराने प्रश्न वन लाइनर रूप में उपलब्ध करा रहे हैं और हमारे द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे यह सभी प्रश्न टॉपिक वाइज उपलब्ध कराए जाएंगे।
यह प्रश्न पिछले वर्षों में आयोजित MPPSC परीक्षा, Vyapam परीक्षाओं (जैसे: पुलिस, जेल प्रहरी, इंस्पेक्टर , ग्रुप 2, ग्रुप 4, लैब टेक्नीशियन, स्टेनो इत्यादि) के प्रश्न हैं।
वन लाइनर MPGK का भाग-6
परिवहन (/व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- राजाभोज हवाई अह्ठा भोपाल में है।
- म.प्र. में राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या 20 है।
- पश्चिम केन्द्रीय रेलवे जोन का मुख्यालय जबलपुर में है।
देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट म.प्र. के इन्दौर शहर में है।
- म.प्र. के खजुराहो में भी हवाई अह्वा है।
- खजुराहो, इन्दौर, जबलपुर में हवाई अड्डे हैं।
- म.प्र. राज्य से 20 राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते है।
- जबलपुर एवं भोपाल पश्चिम केन्द्रीय रेलवे जोन के अन्तर्गत आते हैं।
- राष्ट्रीय राजमार्ग NH 07 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 27 का संगम बिन्दु रीवा जिले में है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग NH27, 78, 79, म.प्र. से गुजरते हैं।
- भारतीय रेल का पश्चिम मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय जबलपुर मे स्थिश है
- राष्ट्रीय राजमार्ग NH76 78 75 म. प्र से गुजरते है।
- म.प्र. का प्रथम सूखा बन्दरगाह पीथमपुर में स्थापित किया गया है।
म.प्र मैं कुल 05. हवाई अड्डे है।
- म. प्र. मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे एवं दक्षिण पूर्वी रेलवे म प्र में है।
- भोपाल एक्सप्रेस को ISO 9001 गुणवत्ता प्रमाणीकरण मिला है।
- म.प्र. मैं राष्ट्रीय राजमार्ग NH 03 की लम्बाई म प्र. में सर्वाधिक है।
- इसकी लम्बाई 717 किमी. है जो कि आगरा, मुम्बई, वाया इन्दौर होकर जाता है।
- पश्चिम मध्य रेलवे का मुख्यालय जबलपुर में है।
- ISO 9001 प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला हबीबगंज रेलवे स्टेशन म प्र. का प्रथम रेलवे स्टेशन है
समायार-पत्र (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
समायार–पत्र (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- भारत के न्यूजप्रिंट कागज कारखाने नेपानगर में है।
- नवजीवन इंदौर से शुरू की गई मासिक पत्रिका है। (1915)
- इंदौर को मिनी मुंबई के रूप में आना जाता है।
- माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रवादी पत्रिका, ‘कर्मवीर’ के सम्पादक थे।
- दैनिक जागरण, राजस्थान पत्रिका, नवभारत व समस्त प्रसिद्ध अखबार म. प्र में छपते हैं।
- म.प्र. का एकमात्र सिन्धी समाचार पत्र ‘फर्ज है
- म.प्र. राज्य का सबसे पुराना उर्दू समाचार-पत्र “नादीम है। जे भोपाल से प्रकाशित होता हैं
राष्ट्रीय – राजकीय, उद्यान/अभ्यारण्य (व्यापम की फ्रीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 201
म.प्र. की वन नीति 2005 में पारित हुई थी।
कान्हा राष्ट्रीय उघ्घन में नेशनल जियोग्राफिक का पुरस्कार विजेता ‘लैंड ऑफ द टाइगर्स शूट किया गया था
म.प्र. सरकार ने मिशन वन, 2018 क्लिक किया है।
म.प्र. में मिशन वन क्लिक स्कूल छात्रवृत्ति वितरित करने से सबधित है।
जिला और वनों की सही जोड़ी
बन विहार राष्ट्रीय उध्यान – भोपाल
पेच टाइगर रिजर्व — सिवनी
मढई – होशंगाबाद
बॉधवगगढ़ राष्ट्रीय उद्यान – उमरिया
सीता बौंधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के बंगाल टाइगरों में से एक है जो कि “नेशनल जियोग्राफिक मैगजीन के कवर पर दिखाई दी।
सफेद लिली म.प्र. का राजकीय पुष्प है।
भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भोपाल में स्थित है।
बाधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, संजय राष्ट्रीय उद्यान, माधव राष्ट्रीय उद्यान, म.प्र.के राष्ट्रीय उध्यान हैं
भारत के वन क्षेत्र का 12.30% म.प्र. में है।
फेन वन्यजीव अभ्यारण्य महत्व में स्थित है।
म.प्र. सरकार ने लोक वानिकी कार्यक्रम 1999 में शुरू किया।
म.प्र. जैव विविधता बोर्ड भोपाल में स्थित है।
म.प्र. के भोपाल में वन प्रबंधन कार्यालय स्थित है।
- म.प्र. का नीमच अफीम एल्कलाइड बनाने हेतु प्रसिद्ध है।
- सैलाना जीव अभ्यारण्य म. प्र. के रतलाम में स्थित है।
- घुघुआ जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान (फॉसिल नेशनल पार्क) डिंडोरी में स्थित है।
- – तवा जलाशय सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और वानी अभ्यारण्य के मध्य स्थित है।
- जवाहर सागर बाँध के पास चम्बल अभ्यारण्य स्थित है।
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, माधव राष्ट्रीय उद्यान में पांडव फॉल्स स्थित है।
- नौरादेही अभ्यारण्य सागर में चीते को लाने की योजना बनाई जा रही है।
- मध्यप्रदेश में घृतकुमारी, नागरमोथा जैसे औषधीय पौधे पाए जाते हैं।
- भूरसिंह बारहसिंगा कान्हा बाघ अभ्यारण्य का शुभंकर बनाया गया है।
- सतपुड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य होशंगाबाद में स्थित है।
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को 1994 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
- बोरी वन्यजीव अभ्यारण्य में बाँस पाया जाता है।
- पेंच बाघ अभ्यारण्य सिवनी व छिंदवाड़ा में स्थित है।
- हिण्डोरी जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान बाँधवगढ़और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के बीच स्थित है।
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को 1955 में गठित किया गया।
- बाँधवगढ़बाघ अभ्यारण्य सांभर, चीतल के लिए जाना जाता है?
- माधव राष्ट्रीय उद्यान ग्वालियर के महाराजा का शिकार आरक्षित क्षेत्र था।
- लेमन ग्रास औषधीय पौधा म.प्र. में स्थित है।
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान (होशंगाबाद) 1981 में स्थापित हुआ।
- म.प्र. को 16 वन क्षेत्रीय मंडलों में विभाजित किया गया है।
- ‘ माधव राष्ट्रीय उद्यान में सांख्य सागर नामक झील स्थित है।
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को 1994 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
- साल का बीज केवल म. प्र. में ही उपजता है।
- अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व में 2005 में शामिल हुआ।
- बाँधवगढ़ बाघ अभ्यारण्य में चरणगंगा नदी का प्रवाह होता है।
- माधव राष्ट्रीय उद्यान में तेंदुआ एक मांसाहारी पशु है।
- गाँधी सागर अभ्यारण्य को पूर्वी व पश्चिमी भागों के बाँटने वाली नदी चम्बल है
- कान्हा नेशनल पार्क में सबसे अधिक साल के पेड़ पाए जाते हैं।
- विश्व का प्रथम व्हाइट टाइगर सफारी का उद्घाटन मुकुंदपुर जूलॉजीकल पार्क सतना है
- पेंच बाघ रिजर्व का नाम पेंच नदी पर रखा गया है।
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1981 में हुई थी।
- भारत के मध्यप्रदेश राज्य में अधिकतम वन आच्छादान है।
- म.प्र. का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान कान्हा किसली है।
- बोरी वन्यजीव अभ्यारण्य होशंगाबाद में स्थित है
- करेरा अभ्यारण्य 1981 में स्थापित हुआ था।
- गाय अभ्यारण्य सलरिया (आगर) में स्थित है।
- सोन अभ्यारण्य उमरिया में स्थित है।
- मैघदूत बगीचा इंदौर में है।
- कैन घड़ियाल अभ्यारण्य छतरपुर में स्थित है। खेओनी अभ्यारण्य देवास में स्थित है। हिण्डोरी राष्ट्रीय उद्यान (जीवाश्म) मण्डला में स्थित है।
- बाघों का सबसे बड़ा घनत्व बाँधवगढ़अभ्यारण्य में है।
- म.प्र. का पहला “व्हाइट टाइगर सफारी” मुकुन्दपुर सतना (2016) स्थापित हुआ।
- तवा बाँध और मढ़ाई आरक्षित वन का उद्गम होशंगाबाद में स्थित है।
- बालाघाट में लांजी किला गाँड राजवंश से संबंधित है।
- गाँधी सागर अभ्यारण्य मंदसौर और नीमच जिले में फैला है।
- केन घड़ियाल अभ्यारण्थ छतरपुर में स्थित है।
- वीरांगना दुर्गावती अभ्यारण्य दमोह में है।
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान सिवनी जिले में है। (1977)
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को 1994 को प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया है।
- तेंदुआ सबसे ज्यादा माधव राष्ट्रीय उद्यान में दिखाई देता है।
- माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी में है। ह
- पन्ना के अलावा, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान छतरपुर जिले में भी आता है।
- म.प्र. के कान्हा टाइगर रिजर्व में से बंजर नदी बहती है।
- बांधवगढ़बाघ अभ्यारण्य में किला एवं संस्कृत शिलालेख के साथ गुफा मंदिर भी है।
- बांधवगढ़म. प्र. के उमरिया (शहडोल) जिले में स्थित है। 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित हुआ
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान के माध्यम से पेंच नदी को छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों में विभाजित करता हैं
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान का अनमोल रत्न बारहसिंगा है।
- घाटीगाँव वन्यजीव, अभ्यारण्य, ग्वालियर की स्थापना 1981 में हुई थी।
- बाँधवगढ़बाघ अभ्यारण्य विंध्य के पूर्वी खंड पर स्थित है।
- भारतीय वन प्रबंधन कार्यालय भोपाल में 1982 में स्थापित हुआ।
- बगदरा अभ्यारण्य सिंगरौली में स्थित है।
- वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल 1983 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित हुआ।
- पन्ना टाइगर रिजर्व का मुख्य वन, उत्तरी उष्ण कटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन, दक्षिणी उष्ण कटिबंधीय शुष्क सागौन
- वन हैं
- घाटी गाँव अभ्यारण्य, ग्वालियर में स्थित है।
- महान भारतीय सारंग (हुकना) के लिए घाटीगाँव अभ्यारण्य का संचालन किया जाता है।
- म.प्र. का फॉसिल नेशनल पार्क डिडोरी में है
- म.प्र. का राजकीय पक्षी दूधराज का संरक्षण सरदारपुर आरक्षित क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध है।
- म.प्र. में कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में सर्वाधिक बाघों की संख्या है।
- जार्ज कैसल भवनमाधव राष्ट्रीय उद्यान में है।
- संजय गाँधी राष्ट्रीय उद्यान सीधी जिले में है।
- रालामण्डल नामक अभ्यारण्य इन्दौर में है।
- म.प्र. में राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या 10 है। वर्तमान में 11 है।
- कूनो अभ्यारण्य एशियाई शेरों के पुनर्वास के लिए चुना गया है।
- बोरी नामक अभ्यारण्य होशंगाबाद में है।
- सतपुड़ा राष्ट्रीय जीव उद्यान होशंगाबाद जिले में है।
- घाटीगौव एवं करेरा अभ्यारण्य में गोदावण को सुरक्षित रखा गया है।
- म.प्र. क्र प्रथम सर्प उद्यान भोपाल में है।
- इन्दिरा गौंधी प्रियदर्शनी उद्चान पेंच उच्चान का नाम है
- करेरा अभ्यारण्य शिवपुरी में स्थित है।
- म.प्र. का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान कान्हा राष्ट्रीय उद्यान है।
- म.प्र. प्रोजेक्ट टाइगर का आरम्भ सर्वप्रथम कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में वर्ष (1974) मे किया गया था
- म.प्र. में राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या 11 है।
- कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान मण्डला जिले में है।
- म.प्र. में जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र पचमद़ी है।