आज हम आपको मध्यप्रदेश में आयोजित विगत परीक्षाओं के सभी पुराने प्रश्न वन लाइनर रूप में उपलब्ध करा रहे हैं और हमारे द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे यह सभी प्रश्न टॉपिक वाइज उपलब्ध कराए जाएंगे।
यह प्रश्न पिछले वर्षों में आयोजित MPPSC परीक्षा, Vyapam परीक्षाओं (जैसे: पुलिस, जेल प्रहरी, इंस्पेक्टर , ग्रुप 2, ग्रुप 4, लैब टेक्नीशियन, स्टेनो इत्यादि) के प्रश्न हैं।
वन लाइनर MPGK का भाग-9
सम्मान/पुरस्कार /व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- म.प्र. शासन द्वारा वर्ष 2016 का राष्ट्रीय लता मंगेशकर पुरस्कार अनु मलिक को दिया गया है
- 201 7 का लता मंगेशकर पुरस्कार अलका याग्निक को दिया गया।
- म.प्र. में देवी अहिल्याबाई पुरस्कार महिला कलाकारों को आदिवासी लोक और पारंपरिक कला हेतु दिया जाता है
- म.प्र. सरकार का कालिदास सम्मान शास्त्रीय संगीत शास्त्रीय नृत्य, थिएटर आदि में दिया जाता हैं
- इकबाल पुरस्कार उर्दू में रचनात्मक लेखन का सम्मान करने के लिए म. प्र. सरकार द्वारा दिया जाता हैं
- तानसेन पुरस्कार 1980 में स्थापित किया गया था।
- विक्रम अवार्ड राज्य के वरिष्ठ खिलाड़ी को दिया जाता है।
- तुलसी पुरस्कार लोक और पारम्परिक आदिवासी कला के क्षेत्र में 1983-84 से दिया जाने वाला पुरस्कार हैं
- म.प्र. खेल प्राधिकरण द्वारा एकलव्य पुरस्कार उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु कनिष्ठ खिलाड़ी के दिया
- म.प्र. सरकार के कालिदास सम्मान की शुरुआत 1982 में हुई थी।
- म.प्र. सरकार द्वारा लता मंगेशकर पुरस्कार 198485 में आरंभ किया गया। इसके तहत सुगम संगीत केउत्कृष्टता हेतु प्रशस्ति पत्र व एक लाख इनाम दिया जाता है।
- प्रभाष जोशी पुरस्कार मलखम्भ हेतु दिया जाता है।
- युवाओं को रचनात्मकता हेतु कुमार गंधर्व पुरस्कार 1992-93 में प्रारंभ संगीत के क्षेत्र में दिया जाता हैं
- वर्ष 2016-17 का म.प्र. का कालिदास सम्मान बंशी कौल को मिला है।
- म.प्र. सरकार ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने वालों के लिए अरुणा शॉनबाग पुर है।
- देवी अहिल्याबाई पुरस्कार 1997 में आरंभ किया गया।
- तानसेन पुरस्कार की स्थापना 1980 में की गई थी।
- पं. उद्धवदास मेहता विधा शास्त्री आयुर्वेद सेवा सम्मान 2017 भोपाल के खुशीलाल शर्मा अआयुर्वेद काँलेज को मिला हैं
- राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2016 में अमरकंटक पर्यटन स्मारकों को सर्वश्रेष्ठ और निष्किय मैत्रीपूर्ण स्मारक से सम्मानित किया गया था।
- 2017 म.प्र. का कुमार गंधर्व पुरस्कार कपिला बेणु को मिला है।
- म.प्र. का इकबाल पुरस्कार 1986-87 में शुरू हुआ।
- म.प्र. का विश्वामित्र पुरस्कार खेल कोच को दिया जाता है।
- म.प्र. खेल और युवा कल्याण के निदेशालय द्वारा वशिष्ठ पुरस्कार नहीं दिया जाता है।
- म.प्र. विधान भवन ने वास्तुकला हेतु आगा खान पुरस्कार 1998 में जीता था।
- वर्ष 2011 का कालिदास सम्मान/पुरस्कार अनुपम खेर को दिया गया है।
- लोक सेवा गारण्टी अधिनियम म.प्र. को संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार दिया गया है।
- म.प्र. शासन द्वारा ईसूरी पुरस्कार लोकभाषा दृष्टि के क्षेत्र में दिया जाता है।
- ललसी सम्मान, कालिदास सम्मान एवं तानसेन सम्मान म.प्र. सरकार द्वारा दिया जाता हैं
- वर्ष 2011-12 का तानसेन पुरस्कार/सम्मान सवितादेवी को प्रदान किया गया है
सम्भाग/जिले (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 20
- छिन्दवाड़ा जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से म.प्र, का सबसे बढ़ा जिला है।
- टीकमगढ़ जिला सागर सम्भाग में आता है।
- छतरपुर जिला सागर सम्भाग में आता है।
- मुरैना, भिण्ड, श्योपुर, जिले, चम्बल सम्भाग में सम्मिलित है।
- इन्दौर संभाग में सर्वाधिक जिले आते हैं।
- म.प्र. राज्य में 50 जिले थे पर वर्तमान में 51 जिले हैं।
- म.प्र. में 10 संभाग हैं।
- म.प्र. के चम्बल एवं नर्मदापुरम में सबसे कम जिले 3-3 हैं।
- सागर संभाग में टीकमगढ़ जिला आता है।
- म.प्र. में सर्वाधिक सोयाबीन उत्पादक जिला उज्जैन है।
- सफेद सोने का क्षेत्र निमाड़ को कहा जाता है।
- विदिशा जिले के समीप से कर्क रेखा गुजरती है।
- बैतूल जिले के मुलताई में ताप्ती का उदगम स्थल है।
- रीवा जिला सफेद बाघों के लिए प्रसिद्ध है।
संस्थान/अनुसंधान केन्द्र/संगान /व्यापम की परीक्षाओं
- मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल में है।
- म.प्र. में राष्ट्रीय सोयाबीन शोध/अनुसंधान केन्द्र इन्दौर में स्थित है।
- म.प्र. के इन्दौर शहर में भारतीय प्रबन्ध संस्थान है।
- सोयाबीन अनुसंधान निदेशालय इन्दौर में स्थित है।
- कपास अनुसंधान केन्द्र का मुख्यालय म.प्र. के खरगोन में है।
- म.प्र. वन अनुसंधान संस्थान जबलपुर में स्थित है।
नगर/शहर (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 20
- उज्जैन में टेपा सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।
- कटनी को चूना नगरी के नाम से जाना जाता है।
- सफेद शेरों की भूमि रीवा को कहा जाता है।
- इन्दौर इन्द्रपुर, भोपाल भोजपाल, विदिशा भेलसा, प्राचीन, नाम है।
- चन्देरी महेश्वरी साह़ियों का ब्राण्ड है।
- महाकाव्य काल महिष्मति, कुंतलपुर एवं विराटपुरी नगर वर्तमान म.प्र. में है
- छठी शताब्दी ई.पू. के 16 महाजनपदों में अवन्ति महाजनपद म.प्र. में था।
- म.प्र. का सौंची बौद्धनगरी के नाम से प्रख्यात है।
- उज्जैन क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है।
- म.प्र. के उज्जैन शहर को अवंतिका के नाम से जाना जाता है।
- म.प्र. का सबसे बड़ा शहर इन्दौर है
- सोनकच्छनगर कालीसिन्ध नदी के किनारे है।
- उज्जैन का प्राचीन नाम अवन्तिका था
- धन्देरी म.प्र. में साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है।
- मन्दिर (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 20192
- सहस्त्रबाहु मन्दिर ग्वालियर में है।
- उज्जैन का प्रसिद्ध गोपाल मन्दिर बायजा बाई ने बनवाया था।
- म.प्र. में तेली का मन्दिर ग्वालियर/दक्षिण भारतीय पद्धति से बनाया गया है।
- महाकालेश्वर मन्दिर उज्जैन में स्थित है।
- म.प्र. का प्राचीन भैसदेही मन्दिर बैतूल जिले में है।
- उज्जैन का प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर क्षिप्रा के तट पर स्थित है।
- महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव का मंदिर है।
- प्रसिद्ध मैहर माता का मंदिर सतना जिले में है।
- मैहर माता के मंदिर में माँ शारदा के रूप में माँ दुर्गा विराजमान हैं।
- खजुराहों में मंदिरों का निर्माण चन्देल वंश के राजाओं ने कराया था।
- भगवान आदिनाथ की 72 फीट की प्रतिमा म.प्र. के बावनगजा बड़वानी में है
- म.प्र. में कंदरिया महादेव मंदिर खजुराहो में है।
म.प्र. में समारोह एवं मेले (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न
- तानसेन समारोह 2017 दिसम्बर में आयोजित हुआ।
- म.प्र. के ग्वालियर में रामलीला मेला लगता है।
- म.प्र. के खजुराहो में 44वें समारोह में कथक नृत्य प्रस्तुत किया गया था।
- हीरा भूमिया और तेजाजी का मेला म.प्र. में लगता है।
- म.प्र. की क्षिप्रा नदी तट पर उज्जैन शहर में कुंभ मेला लगता है।
- म.प्र. के छिंदवाड़ा में गोटमार मेला प्रसिद्ध है।
- म.प्र. में तानसेन समारोह दिसम्बर में आयोजित होता है।
- म.प्र. में सबसे कम मेले होशंगाबाद जिले में आयोजित होते हैं।
- कुंभ का मेला म.प्र. के उज्जैन में आयोजित होता है। |
- निमाइ़ उत्सव कार्तिक माह में पूर्णिमासी की रात को आयोजित होता है।
- म.प्र. के अधिकतम मेले उज्जैन में होते हैं। |
- गजरथ महोत्सव गुना में मनाया जाता है।
- म.प्र. के ग्वालियर में रामलीला मेले का आयोजन होता है।
- चंडी देवी मेला सीधी में लगता है।
- म.प्र. सरकार द्वारा उज्जैन में कालिदास समारोह मनाया जाता है।
- तानसेन संगीत समारोह म.प्र. के ग्वालियर में आयोजित होता है।
- खजुराहो नृत्य प्रतिवर्ष फरवरी माह में मनाया जाता है।
- म.प्र. के चंदेरी में जागेश्वरी देवी क्रा मेला आयोजित होता है।
- तानसेन समारोह ग्वालियर में आयोजित होता है।
- कुमार गंधर्व समारोह का आयोजन देवास में होता है।
- माखनलाल चतुर्वेदी समारोह जबलपुर में आयोजित होता है।
- नौरता बुंदेलखंड में अविवाहित लड़कियों द्वारा किया जाने वाला नृत्य है।
- भोपाल में लोकरंग महोत्सव 5 दिनों तक चलता है।
- सिंहस्थ कुम्भ मेला क्षिप्रा नदी के किनारे लगता है।
- मैथ घोघरा का मेला 15 दिन का लगता है।
- नसेन संगीत समारोह ग्वालियर में होता है।
- लोकरंग महोत्सव भोपाल में आयोजित किया जाता है।
- वरमान मेला 13 दिन तक चलता है।
- कालू जी महाराज का मेला पश्चिम निमाड़ में लगता है।
- सिंहस्थ उज्जैन का मेला 12 वर्षों के अंतराल पर आता है।
- भमादद गाँव में तेजाजी का मेला आयोजित किया जाता है।
- थामोनी उर्स मेले का आयोजन सागर में होता है।
- खजुराहो महोत्सव फरवरी-मार्च में होता है।
- रीवा महामृत्युंजय मेला प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है।
- म.प्र. के उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन किया जाता है। वर्तमान में यह आयोजन 2016 मे हुआ था
- बैंतूल में हर वर्ष भूत मेला मलाजपुर में आयोजित होता है।
- म.प्र. सरकार द्वारा ध्रुपद गायकों को प्रशिक्षण देने के लिए ध्रुपद केन्द्र की स्थापना 1981 मे की गई
- बेतवा त्योहार विदिशा में आयोजित किया जाता है।
- सोहागपुर/सोलापुर में कान्ह बाबा का मेला लगता है।
- हीरा भूमिया का मेला ग्वालियर, गुना के आसपास गाँवों में प्रतिवर्ष भाद्रपद मास में भरता है
- बरमान का मेला गाडरवाड़ा में आयोजित किया जाता है।
पर्यटन (व्यापम की परीक्षाओं के प्रश्न वर्ष 2017, 2018, 2019)
- हनुवंतियाठापूको म.प्र. कापहला जलपर्यटनककेन्द्रकहा जाता है।
- म.प्र. के भोपाल शहर में ताज उल-मस्लजिद, गौहर महल और वन विहार राष्ट्रीय उद्य
- पंचमढ़ी को “सतपुड़ा की रानी” कहा जाता है।
- भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक म.प्र. के उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिरलिंग स्थित हैं
- भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से वैश्विक कौशल पार्क बनेगा।
- म.प्र. के मुरैना में बटेश्वर मंदिर स्थित है।
- भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने उत्कृष्टता का पुरस्कार पन्न राष्ट्रीय उद्यान को 2007 मे दिया था
- म.प्र. जबलपुर में रानी दुर्गावती संग्रहालय, धुआँधार जलप्रपात, मदन महल आदि।
- पातालपानी जलप्रताप इंदौर में है।
- भोपाल के फतेहगढ़किले का निर्माण दोस्त मोहम्मद खान ने किया था।
- म.प्र. का आदिवासी संग्रहालय भोपाल में स्थित है।
- म.प्र. के मांडू में अशरफी महल और नीलकंठ मंदिर स्थित हैं।
- भोपाल में भारत भवन का उद्घाटन फरबरी 1982 में हुआ था।
- छत्तीसगढ़बनाने हेतु म.प्र. को 2000 में विभाजित किया गया था।
- म.प्र. का भीमबेटका 1957 में खोजा गया था।
- म.प्र. का भोजशाला नामक स्थल संस्कृत अध्ययन के लिए 11वीं सदी का केन्द्र व सरस्वती मंदिर धार मे स्थित हैं
- भोपाल की ऊपरी झील में भारत का पहला नौकायन स्कूल 2006 में स्थापित किया गया था
- प्रसिद्ध बाघ गुफाएँ म.प्र. के धार जिले में हैं।
- खजुराहो के मंदिरों के समूह बौद्ध धर्म , जैन धर्म में बेटे हैं।
- शिवपुरी को म.प्र. के शिमला के रूप में जाना जाता है।
- पांडव गुफाएँ पंचमढ़ी में स्थित हैं।
- अशरफी महल मांडू में स्थित है।
- महेश्वर साड़ी उद्योग, अहिल्या घाट, महामृत्युंजय रथ यात्रा आदि के लिए प्रसिद्ध हैं
- गिन्नौरगढ़ का किला भोपाल के पास स्थित है।
- गुजरी महल, जय विलास महल, मानसिंह महल ग्वालियर में स्थित हैं। असीरगढ़ बुरहानपुर में स्थित है।
- सतखंडा महल म.प्र. के दतिया जिले में स्थित है।
- महेश्वर नर्मदा नदी के किनारे बसा हुआ है।
- बाजबहादुर महल मांडू में स्थित है।
- उदयगिरि की गुफाएँ विदिशा में स्थित हैं।
- राजवाड़ा महल इंदौर में स्थित है।
- परित्यक्त शहर मांडू को कहा जाता है।
- पातालकोट घाटी म.प्र. के छिंदवाड़ा में स्थित है।
- हिगलाजगढ़ किला म.प्र. के मंदसौर में स्थित है।
- खरबूजा महल॑ म.प्र. के धार जिले में स्थित है।
- म.प्र. के खजुराहो में 2016 में पर्यटन पर ब्रिक्स कन्वेशन आयोजित हुआ।
- इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में स्थित है।
- जैन तीर्थ स्थल बावनगजा (चूल गिरि) बड़वानी में स्थित है।
- लॉजी का किला बालाघाट में स्थित है।
- रेवा कुंड मांडू का पर्यटन स्थल है।
- ओंकारेश्वर का द्वीप ओंम आकार में बसा है।
- भोजशाला मंदिर धार में स्थित है।
- ओरछा के चतुर्भुज मंदिर का निर्माण बुंदेला राजा राजदूत ने करवाया था।
- आमला किला जबलपुर में स्थित है।
- मानसिंह तोमर ने गुजरी महल, ग्वालियर महल म.प्र. के ग्वालियर में बनवाए थे।
- तीर्थराज के नाम से अमरकंटक को जाना जाता है।
- पचमढ़ी होशंगाबाद जिले में स्थित है।
- सुंदर महल ओरछा टीकमगढ़में स्थित है।
- महेश्वर एक मंदिरों का शहर है, जो नर्मदा के तट पर स्थित है।
- बड़ा महादेवा, छोटा महादेवा नरसिंहगढ़में स्थित हैं। ह
- भोपाल में एक-मात्र केरवा बाँध पारिस्थितिक पर्यटन स्थल है।
- मदन महल किला जबलपुर में स्थित है।
- गोविंदगढ़महल रीवा जिले में स्थित है।
- म.प्र. सरकार चित्रकूट में रामायण सर्किट विकास हेतु कार्यरत है।
- म.प्र. में 2 ज्योतिलिंग हैं।
- मंदसौर में डॉ. रघुवीर सिंह के निजी संग्रहालय को श्री भटनागर शोध संस्थान कहा जाता हैं
- चौरागढ़का प्रसिद्ध मंदिर पचमढ़ी में है।
- सिद्धेश्वर महादेव मंदिर नेमावर (देवास) में स्थित है।
- माधवगढ़ का किला म.प्र. के सतना जिले में स्थित है।
- बालाघाट जिले में कोटेश्वर महादेव मंदिर काशीतोला लॉजी तहसील में स्थित है।
- बढ़वानी में आदिनाथ की सबसे बढ्ठी प्रतिमा है।