मध्यप्रदेश में जिलेवार जानकारी District wise Information of Madhya Pradesh
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भिंड (बागियों का गढ़)
• “भिंड ऋषि’’ के नाम पर इसका नाम भिंड पड़ा ।
• सबसे कम लिंगानुपात भिंड में है ।
• भिंड का गोहद मध्यप्रदेश का सबसे कम वर्षा वाला स्थान है ।
• मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र प्रसिद्ध है, जिसे राज्य का दूसरा सूखा बंदरगाह कहा जाता है ।
• भिंड न्यूनतम अनुसूचित जनजाति जनसंख्या वाला जिला है ।
• रेणुका माता का मंदिर व वनखंडेश्वर मंदिर स्थित है ।
मुरैना (शहद जिला)
• मुरैना का पुराना नाम मयूर वन था ।
• देश का पहला शहीद मंदिर राम प्रसाद बिस्मिल की स्मृति में मुरैना के बरवई ग्राम में स्थापित किया गया है ।
• चबल नदी के द्वारा अवनालिका अपरदन से मुरैना सर्वाधिक प्रभावित जिला है, जिसके कारण चंबल के बीहड़ों का निर्माण होता है ।
• मुरैना सरसों व दुग्ध उत्पादक जिला है ।
• मुरैना में चम्बल (देवरी) घडि़याल संरक्षण केंद्र स्थित है ।
• मुरैना में चम्बल नदी पर डॉल्फिन संरक्षण भी किया जा रहा है ।
• चंबल नदी में बटागुर, कटहवा व चित्रा इण्डिका कछुओं की प्रजातियों का संरक्षण हो रहा है ।
• मुरैना में पहाड़गढ़ के शैलचित्र प्रसिद्ध है ।
• मुरैना के बाणमौर औद्योगिक केंद्र में 1922-23 में राज्य की पहली सीमेंट फैक्ट्री एसीसी द्वारा स्थापित की गई ।
• नूराबाद हॉर्टीकल्चर इण्डो इजराईल एग्रीकल्चर प्रोजेक्ट के तहत प्रस्तावित है ।
• मुरैना में गोल्डन ट्रायंगल मंदिर के अंतर्गत पदावली, मितावली व बटेश्वर मंदिर का समूह है ।
• शेरशाह सूरी द्वारा पुल का निर्माण किया गया है ।
#अटल बिहारी वाजपेयी कला केन्द्र मुरैना में स्थापित किया गया है ।
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श्योपुर (भारत का इथोपिया)
• श्योपुर सर्वाधिक कुपोषित जिला है, इस कारण इसे “भारत का इथोपिया’’ कहा जाता है ।
• 2019 में कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान प्रस्तावित है जिसमें गुजरात के गिर से बब्बर शेरों का स्थानांतरण किया जा रहा है ।
• श्योपुर को 1998 में मुरैना से अलग कर जिला बनाया गया है ।
• श्योपुर जिला काष्ठ के खिलौने के लिए प्रसिद्ध है ।
• यहाँ मध्यप्रदेश की अति पिछड़ी सहरिया जनजाति निवास करती है ।
• कवि मुक्तिबोध की जन्मस्थली श्योपुर है ।
• श्योपुर में सीप नदी में बंजारा बाँध स्थित है ।
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- मध्यप्रदेश की नदियां
- मध्यप्रदेश के बाँध / परियोजनाएं
- मध्यप्रदेश के जलप्रपात
- मध्यप्रदेश की प्रमुख झीलें
- मध्यप्रदेशकी मिट्टीयाँ
ग्वालियर संभाग (ग्वालियर)
• राजा सूरजसेन द्वारा निर्मित ग्वालियर के किले को “ किलों का रत्न’’ या “जिब्राल्टर ऑफ इंडिया’’ कहा जाता है ।
• ग्वालियर में म.प्र. का सबसे बड़ा व्यापारिक मेला लगता है ।
• म.प्र. का राजस्व व महालेखाकर कार्यालय ग्वालियर में स्थित है ।
• देश का पहला एडवोकेट ट्रेनिंग सेन्टर यहाँ स्थित है ।
• महिला NCC प्रशिक्षण केन्द्र स्थित है ।
• गौस मोहम्मद व तानसेन का मकबरा ग्वालियर में स्थित है ।
• राजमाता विजया राजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय (2008) स्थित है ।
• राजा मानसिंह तोमर संगीत महाविद्यालय (2008) स्थापित है ।
• यहाँ तेली का मंदिर भी स्थित है, जो द्रविड़ शैली में बना हुआ मध्यप्रदेश में एक मात्र मंदिर है ।
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• ग्वालियर घराना ख्याल गायकी के लिए प्रसिद्ध है ।
• ग्वालियर के मोरार (M.O.R.A.R. = MILITARY OFFICERS RESIDENTIAL AREA RESERVE) में सैनिक छावनी स्थित है ।
• रानी लक्ष्मीबाई की समाधि, फूलबाग में स्थित है ।
• 1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश बनने से पहले मध्य भारत की राजधानी ग्वालियर थी ।
• ऐतिहासिक रूप से सिंधिया शासकों की राजधानी ग्वालियर का भारतीय संगीत परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान है ।
• ग्वालियर में 2008 में राजा मानसिंह तोमर संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी ।
• भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान 1983 में स्थापित किया गया ।
• ग्वालियर के घाटी गाँव अभ्यारण्य में सोन चिडि़या का संरक्षण किया जा रहा है ।
• ग्वालियर में लक्ष्मीबाई शारीरिक प्रशिक्षण विद्यालय 1957 में स्थापित किया गया है ।
• ग्वालियर में गुजरी महल और दाता बंदी छोड़ गुरूद्वारा स्थित है ।
• ग्वालियर में स्थित कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैंच होते हैं ।
शिवपुरी
• शिवपुरी में माधव राष्ट्रीय पार्क स्थित है, जो कि तेंदुओं के लिए प्रसिद्ध है ।
• माधव राष्ट्रीय उद्यान में जॉर्ज कैसल भवन, सांख्य सागर, माधव सागर व जाधव सागर झील स्थित है ।
• शिवपुरी में स्थित करैरा अभ्यारण्य में सोन चिडि़या का संरक्षण किया जाता है ।
• मोहिनीसागर (अटल सरोवर) बाँध सिंध नदी पर स्थित है ।
• सुल्तानगढ़ जलप्रपात शिवपुरी में स्थित है ।
• NH-46 व NH-27 शिवपुरी जिले से गुजरता है ।
• शिवपुरी में सांख्यराजे सिंधिया व तात्याटोपे की समाधि है ।
• शिवपुरी में पीर बुधान व सिद्धेश्वर का मेला लगता है ।
• शिवपुरी को मध्यप्रदेश का पहला पर्यटन नगर घोषित किया गया है ।
• नलदमयंती की कथा में प्रसिद्ध नरवर का किला स्थित है ।
गुना
• गुना का पुराना नाम ईसागढ़ था ।
• यहाँ भू- उपग्रह दूर संचार उपग्रह केन्द्र है ।
• गुना को मालवा व चंबल का प्रवेश द्वार कहा जाता है ।
• गुना के विजयपुर में नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड और
गेल इंडिया की उत्पादन इकाइयाँ है ।
• हजीरा – विजयपुर – जगदीशपुर गैस पाइपलाइन यही
से होकर गुजरती है ।
• गुना जिले के भामावद गाँव में तेजाजी व हीराभूमिया का मेला लगता है ।
• गोपीकृष्ण बाँध चौपान नदी पर स्थित है ।
अशोकनगर
• सम्राट अशोक के नाम पर अशोकनगर नाम पड़ा ।
• चंदेरी का प्रसिद्ध किला यहीं पर स्थित है । जिसका निर्माण प्रतिहार नरेश कीर्तिपाल ने कराया । इसक किले में नौखंडा महल, कोसक महल, खूनी दरवाजा, बत्तीसी बाबड़ी तथा जौहर कुंड स्थित है ।
• चंदेरी में महान संगीतकार बैजू बावरा की समाधि स्थित है ।
• चंदेरी कलात्मक साडि़यों के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है व इन्हें भौगोलिक संकेतक दिया गया है ।
• यहाँ करीला माता का मंदिर स्थित है व प्रतिवर्ष होली के समय करीला माता का मेला लगता है ।
• अशोकनगर के मुंगावली में प्रदेश की पहली खुली जेल स्थापित की गई है ।
• मौर्यकालीन तुमैन अभिलेख अशोकनगर में स्थित है ।
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- मध्यप्रदेश की पंचवर्षीय योजनाऐं
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दतिया (लघु वृन्दावन)
• दतिया का पूर्व नाम दिलीपनगर था ।
• दतिया में जैनों का प्रमुख तीर्थस्थल सोनागिरी स्थित है ।
• रतनगढ़ वाली माता का मंदिर दतिया में स्थित है ।
• सतखंडा महल दतिया में स्थित है , जिसका निर्माण राजा नरेश वीर सिंह द्वारा कराया गया था ।
• दतिया के गुर्जरा से अशोक अभिलेख प्राप्त हुये है, जिनमें अशोक का नाम अशोक व देवनामप्रियदस्सी मिलती है ।
• दतिया में पीतांबरा पीठ मध्यप्रदेश की एकमात्र शक्तिपीठ है ।
• दतिया में स्थित दतिया दुर्ग का निर्माण बुंदेला राजा नरेश वीरसिंह
ने करवाया जिले “न्याय मुकुट’’ भी कहा जाता था ।
• दतिया में उन्नाव का बालाजी सूर्य मंदिर स्थित है ।
उज्जैन
• महाकाल की नगरी उज्जैन प्राचीन धार्मिक नगरी के रूप में विश्व प्रसिद्ध है ।
• यहाँ एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर है ।
• क्षिप्रा नदी के तट पर प्रत्येक बारह वर्ष में सिंहस्थ कुम्भ मेला लगता है ।
• क्षिप्रा नदी को मोक्षदायिनी नदी व मालवा की गंगा कहा जाता है ।
• उज्जैन के भैरवगढ़ प्रिंट प्रसिद्ध है ।
• उज्जैन के नागदा में कृत्रिम रेशे का कारखाना है ।
• यहाँ पर एशिया का सबसे बड़ा सोयाबीन संयंत्र स्थापित है ।
• संस्कृत शिक्षा के प्रसार के लिए 2008 में महर्षि पाणिनी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई ।
• उज्जैन के पर्यटक स्थल कालियादेह पैलेस, गढकालिका मंदिर, जंतर-मंतरस, भतृहरि की गुफाएँ , संदीपनी आश्रम, काल भैरव मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, वैश्य टेकरी मंदिर, गोपाल मंदिर और हरसिद्धि माता का मंदिर स्थित हैं ।
देवास
• देवास स्टेट की स्थापना 1726 में तुकोजी राव व जीवाजी राव ने की थी ।
• देवास जिले को प्रथम बायो डीजल जिला घोषित किया गया है ।
• देवास में करेंसी नोट छापने की प्रेस है ।
• देवास, कुमार गंधर्व की संगीत स्थली रही है ।
• प्रदेश का पहला ISO प्रमाणन पाने वाला थाना देवास है ।
• देवास जिले में नर्मदा, कालीसिंध , क्षिप्रा और जामनेर नदियाँ प्रवाहित होती है ।
• देवास में लेदर कॉम्पलेक्स स्थापित किया गया है ।
• जागमगोदरानी में पवनचक्की संयंत्र स्थापित किए गए हैं ।
• देवास के अन्य दर्शनीय स्थल चामुंडा माता मंदिर, पुष्पगिरी, खेवनी अभ्यारण , तुलजा भवानी मंदिर स्थित है ।
रतलाम (अंगूर नगरी, सेव नगरी)
• रतलाम के न्यू टाउन की स्थापना कैप्टन वॉर्थविक ने 1829 में की थी ।
• रतलाम के पहले महाराजा रतन सिंह थे ।
• रतलाम के राज्य का अंगूर अनुसंधान केंद्र स्थापित किया गया है ।
• रतलाम के जावरा में प्रदेश की पहली चीनी मिल स्थापित की गयी थी ।
• सैलाना अभ्यारण्य में खरमोर पक्षी को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है ।
• रतलाम का सेलखड़ी उद्योग प्रसिद्ध है ।
• रतलाम के सेव को भौगोलिक संकेतक प्रदान किया गया है ।
• रतलाम में त्रिवेणी का मेला लगता है ।
• रतलाम के विलपांक मंदिर व धरोला मंदिर प्रसिद्ध है ।
शाजापुर (बालकृष्ण शर्मा की जन्मस्थली)
• शाजापुर चिल्लर नदी के किनारे स्थित है ।
• मुगल वंश के शासक शाहजहाँ के नाम पर शाजापुर का नामकरण हुआ ।
• शाजापुर में कालीसिंध, नेवज आदि नदियाँ बहती है ।
• मक्सी, शाजापुर का प्रसिद्ध औद्योगिक केंद्र है , जहाँ डाबर का संयंत्र है ।
• गरीबनाथ का मेला शाजापुर जिले के अवन्तीपुर बड़ौरिया में लगता है ।
आगर मालवा
• यहाँ देश का पहला गैा – अभ्यारण्य बनाया गया है ।
• शाजापुर जिले की सुसनेर तहसील को अलग करके 16 अगस्त 2013 को आगर मालवा को मध्यप्रदेश का 51वाँ जिला बनाया गया है ।
• आगर – मालवा लखुन्दर नदी के किनारे स्थित है ।
• आगर – मालवा में बगुलामुखी माता का मंदिर , दादी सती मंदिर स्थित है ।
• आगर – मालवा में रत्न सागर व मोती सागर तालाब स्थित हैं ।
• बैजनाथ महादेव के मंदिर का जीर्णोद्वार कर्नल मार्टिन ने वर्ष 1883 में करवाया था ।
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मंदसौर (मालवा का शिरोभूषण, अफीन जिला )
• मंदसौर का प्राचीन नाम दसपुर है ।
• मंदसौर शिवना नदी के किनारे स्थित है ।
• यहीं पर गुप्त शैली में निर्मित अष्टमुखी पशुपतिनाथ का मंदिर है ।
• स्लेट पेंसिल बनाने का कारखाना है ।
• मंदसौर में गाँधी सागर बाँध चंबल नदी पर तथा गाँधी सागर अभ्यारण्य है ।
• यह अफीम उत्पादक जिला है ।
• मंदसौर अभिलेख द्वारा रेशम बुनकर (जुलहा श्रेणी) की जानकारी मिलती है ।
• मध्यप्रदेश का एकमात्र उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर में स्थित है ।
• मंदसौर के अन्य प्रमुख पर्यटक स्थल धर्मराजेश्वर मंदिर, हिंगलाजगढ़ किला स्थित है ।
नीमच
• नीमच जिले की सैनिक छावनी से 3 जून 1857 को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की मध्यप्रदेश में शुरूआत मानी जाती है । नीमच छावनी की स्थापना 1818 में की गई थी ।
• केंद्रीय वित्त मंत्रालय के सवामित्व वाली एल्कलॉइड फैक्ट्री नीमच में स्थापित की गई ।
• नीमच के झांतला गाँव में पहला ग्राम न्यायालय स्थापित किया गया था ।
• शहाबुद्दीन औलिया की मजार पर प्रतिवर्ष उर्स (मेला) लगता है ।
• CRPF का ट्रेनिंग सेंटर स्थित है ।
• कुकड़ेश्वर महादेव मंदिर नीमच में स्थित है ।
• नीमच में हर्बल मंडी प्रस्तावित है ।
इन्दौर (मिनी बॉम्बे, म.प्र. का मैनचेस्टर)
• इंदौर शहर खान व सरस्वती नदी के किनारे पर स्थित है ।
• इंदौर होलकर वंश की राजधानी रही है ।
• इंदौर के महू में डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ था । उनकी जन्म स्मृति की याद
में महू में सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है ।
• मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का मुख्यालय इंदौर में है ।
• मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग का मुख्यालय इंदौर में है ।
• इंदौर शहर में पानी की आपूर्ति चोरल परियोजना के द्वारा की जाती है ।
• देवी अहिल्याबाई होल्कर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदौर में है और 2020 में सामान की होम डिलीवरी करने वाला पहला एअरपोर्ट बना ।
यहाँ राजा रमन्ना लेजर अनुसंधान केन्द्र 1984 में स्थापित किया गया ।
• देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर में है ।
• राज्य का इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्प्लेक्स भी यहाँ स्थित है ।
• प्रदेश की मौसम वेधशाला इंदौर में स्थित है ।
• मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर है ।
• देश का ऐसा पहला शहर है जहां आईआईटी और आईआईएम दोनों स्थित हैं ।
• देश का पहला डाटा सेंटर पार्क और क्रिस्टल आईटी पार्क इंदौर में स्थित है ।
• इंदौर जनसंख्या के आधार पर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है ।
• होल्कर क्रिकेट स्टेडियम इंदौर में स्थित है, जहाँ वीरेंद्र सहवाग ने वेस्ट इंडीज के विरूद्ध 219 रनों की पारी खेली थी ।
धार (भोज नगरी)
• धार, राजा भोज की राजधानी थी ।
• धार के मांडू को “सिटी ऑफ जॉय’’ कहा जाता है ।
• राज्य का पहला ड्रायपोर्ट और भारत का डेट्रायट पीथमपुर धार जिले में है।
• पीथमपुर में निर्यात संवर्धन पार्क है।
• धार में राजा भोज द्वारा निर्मित भोजशाला और बाग्देवी (सरस्वती) मंदिर है ।
• डायनासोर जीवाश्म पार्क स्थित है ।
• सरदारपुर अभ्यारण्य में खरमौर पक्षी का संरक्षण किया जा रहा है ।
• धार के मांडू किले का जहाज महल, अशर्फी महल, रानी रूपमती का महल आदि प्रसिद्ध है ।
• होशंगशाह का मकबरा, भारत में संगमरमर की पहली इमारत है ।
• धार के किले का निर्माण मोहम्मद बिन तुगलक ने करवाया था ।
• मांडू का पुराना नाम शादियाबाद था ।
• धार जिले में बाघ की गुफाएं हैं ।
• यहां से ज्ञानदूत परियोजना की शुरूआत हुई ।
• 2020 में धार के पीथमपुर में हिताची व मित्सुबिशी जैसी कम्पनियां निवेश करेगी व जापानी टाउनशिप स्थापित की जाएगी ।
• धार के बाघ प्रिंट को भौगोलिक संकेतक ( GI TAG) प्राप्त है ।
• मोहम्मद युसूफ खत्री बाघ चित्र के प्रमुख शिल्पकार है ।
• 1933 में धार के खंडेरी में रघुनाथ कृष्ण फड़के मूर्ति स्टूडियो स्थापित किया गया था ।
अलीराजपुर
• अलीराजपुर को 2008 में झाबुआ से अलग करके जिला बनाया गया ।
• अलीराजपुर में आदिवासी खेल विद्यालय है ।
• अलीराजपुर के भाबरा नामक स्थान पर प्रसिद्ध क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्म हुआ था ।
• अलीराजपुर रेल्वे स्टेशन का नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद कर दिया गया है ।
• अलीराजपुर न्यूनतम साक्षरता वाला जिला है ।
• अलीराजपुर के कट्ठीवाड़ा में नूरजहाँ आम की प्रजाति पाई जाती हैं ।
• अलीराजपुर के भीलो द्वारा निर्मित पंजा दरी प्रसिद्ध है ।
• अलीराजपुर में 1897 में विक्टोरिया ब्रिज का निर्माण किया गया हैं ।
• अलीराजपुर के कट्ठीवाड़ा को मिनी कश्मीर व पश्चिमी म.प्र. का चेरापूंजी भी कहा जाता है ।
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झाबुआ
• झाबुआ जिला जनजाति बहुल जिला है और भीली गुडि़या शिल्प के लिए प्रसिद्ध है ।
• मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र झाबुआ में है, जहाँ रॉक फास्फेट के कारखाने हैं ।
• यहाँ रॉक फॉस्फेट व एस्बेस्टस पाया जाता है ।
• आदिवासी शोध संचार केन्द्र झाबुआ में है ।
• भीलों का भगोरिया उत्सव झाबुआ में प्रसिद्ध है ।
• 2018 में झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गे को भौगोलिक संकेतक (GI TAG) का दर्जा दिया गया है ।
खरगौन (सुनहरा जिला)
• म.प्र. कपास अनुसंधान केन्द्र खरगौन में है ।
• खरगौन जिले में रंगीन कपास का उत्पादन होता है ।
• खरगौन के सनावद में शहीद मेला लगता है ।
• खरगौन में प्रतिवर्ष नवग्रह का मेला लगता है ।
• खरगौन में देश का पहला मोबाइल बैंक “लक्ष्मी वाहिनी’’ संचालित है ।
• खरगौन के महेश्वर की साडि़याँ प्रसिद्ध हैं ।
• लाल मिर्च की मंडी बेडि़या (सनावद) में हैं ।
• खरगौन में मध्यप्रदेश का पहला फूड पार्क इंडस बनाया गया है ।
• CISF की प्रशिक्षण केन्द्र बड़वाह में है ।
• खरगौन में महेश्वर ऐतिहासिक महत्व का शहर है ।
• नर्मदा नदी के किनारे बने घाट और महेश्वर के किले का निर्माण अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था ।
• महेश्वर बांध खरगौन में है ।
• कपास उत्पादन में शीर्ष जिला है ।
• बड़वाह भी नर्मदा के किनारे बसा एक प्रमुख शहर है ।
• निमरानी औद्योगिक क्लस्टर प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है ।
बड़वानी (निमाड़ का पेरिस)
• बड़वानी का पुराना नाम बड़नगर व सिद्धनगर था ।
• राज्य का चावल अनुसंधान केंद्र बड़वानी में है ।
• बड़वानी (बावनगजा) में आदित्यनाथ की 72 फीट ऊंची मूर्ति है ।
• सेंधवा यहाँ का एक प्रमुख शहर है, जहाँ काटन जीनिंग फैक्ट्री है ।
• म.प्र. की चूलगिरी 1215 मीटर चोटी बड़वानी जिले में स्थित है ।
• बड़वानी के सेंधवा में कपास मंडी स्थित है ।
• बड़वानी के सेंधवा से भीमानायक ने अंग्रेजो का विद्रोह किया था ।
खंडवा
• खंडवा जिले को पूर्वी निमाड़ भी कहा जाता है ।
• दादा धुनीवाले की समाधि स्थित है दादाजी धूनीवाले थर्मल प्रोजेक्ट की स्थापना की जा रही है ।
• सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना खंडवा में स्थित है ।
• किशोर कुमार का समाधि स्थल खंडवा है ।
• खंडवा माखनलाल चतुर्वेदी की कर्मस्थली रही है ।
• प्याज, मिर्च व मूंगफली उत्पादक जिला है ।
• ओंकारेश्वर में शंकराचार्य व काजल रानी की गुफायें स्थित हैं ।
• प्रदेश का सबसे बड़ा बाँध इंदिरा सागर खंडवा जिले के पुनासा में स्थित है ।
• ओंकारेश्वर में ज्यार्तिलिंग है ।
• ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना 520 मेगावाट की परियोजना है ।
• 2019 में एकात्म यात्रा के दौरान ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गयी है ।
• खंडवा जिले के हनुवंतियों में जल महोत्सव का आयोजन किया जाता है व इसे “म.प्र. का गोवा’’ कहा जाता है ।
बुरहानपुर (दक्षिण का प्रवेश द्वार, उद्यानों की नगरी)
• शेख बुरहानुद्दीन के नाम पर इसका नाम बुरहानपुर पड़ा ।
• प्रदेश का पहला यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय बुरहानपुर में है ।
• बुरहानपुर शहर ताप्ती नदी के किनारे स्थित है ।
• 2020 म.प्र. केला अनुसंधान केंद्र बुरहानपुर के सुखपुरी में प्रस्तावित है ।
• यहाँ पर अहीर राजा आसा द्वारा निर्मित मध्यकालीन असीरगढ़ का किला है , जिसे 1601 में अकबर ने जीता ।
• असीरगढ़ किले को शाही किले के नाम से भी जाना जाता है ।
• जहाँगीर ने पुत्र खुसरो की हत्या बुरहानपुर किले में की थी ।
• लोधीपुरा बोहरा सम्प्रदाय का प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र है ।
• बुरहानपुर के नेपानगर में अखबारी कागज का कारखाना है ।
• यहाँ प्रदेश का सबसे छोटा व पहला चाँदनी ताप विद्युत गृह स्थित है ।
• शाहजहॉ की बेगम मुमताज को मृत्यु के बाद बुरहानपुर में ही दफनाया गया था, जहाँ से उसे बाद में ताजमहल ले जाया गया ।
• बुरहानपुर में आदिलशाह का मकबरा है ।
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होशंगाबाद
• होशंगशाह ने नर्मदापुरम का नाम बदलकर होशंगाबाद कर दिया था ।
• नर्मदा व तवा नदी का संगम बांद्राभान पर होता है ।
• होशंगाबाद के आगर गाँव में टंगस्टन खनिज मिलता है ।
• मध्यप्रदेश का पहला जैव आरक्षित क्षेत्र पचमढ़ी में 1999 में स्थापित किया गया है । इसे यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया है ।
• इटारसी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है ।
• मध्यप्रदेश का सबसे लम्बा सड़क पुल (1300मीटर) तवा नदी पर स्थित है ।
• मध्यप्रदेश गेंहू अनुसन्धान केंद्र पवारखेड़ा में स्थित है ।
• मध्यप्रदेश का एकमाऋ हिल स्टेशन पचमढ़ी है ।
• एमपी एग्रो मोरारजी फर्टीलाइजर संयंत्र होशंगाबाद में है ।
• युवा नेतृत्व एवं ग्रामीण विकास संस्थान पचमढ़ी में स्थित है ।
• पचमढ़ी में डचेस, अप्सरा और रजत जल प्रपात है ।
• पचमढ़ी में मध्यप्रदेश का प्रथम जड़ी बूटी केंद्र स्थित है ।
• मध्यप्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ (1350 मीटर) पचमढ़ी में स्थित है ।
• पचमढ़ी प्रदेश का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान है ।
• होशंगाबाद में सागौन वनों के लिए प्रसिद्ध बोरी घाटी है ।
• होशंगाबाद में सिक्युरिटी पेपर मिल (SPM) है, जहाँ नोट का कागज बनाया जाता है ।
बैतूल
• बैतूल जिले में मुलताई से ताप्ती नदी का उद्गम होता है ।
• सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी (बैतूल) में स्थित है ।
• आमला में वायु सेना की छावनी है ।
• कालीभीत अभ्यारण्य में भालुओं का संरक्षण किया जा रहा है ।
• बैतूल के मुक्तागिरी में प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल है, यहाँ जैन धर्म के 56 मंदिर है ।
• यहीं पर कॉफी उत्पादक स्थल कुकरू है ।
• ग्रेफाइट खनिज के लिए बैतूल प्रसिद्ध है ।
• HMT घड़ी का कारखाना बैतूल में स्थित है ।
• बैतूल के कुकडू हिल्स पर ब्रिटिश नागरिक सेंट विल्फोर्ड व फ्लोरेंस हैण्डरिक्स ने कॉफी की खेती प्रारंभ की थी ।
• भारत का पहला बायोमास गाँव कसाई गाँव बैतूल में स्थित है ।
• 2019 में पूर्णत: सौर रसोई वाला देश का पहला गाँव बांचा बैतूल जिले में स्थित है ।
हरदा
• 1998 में हरदा, खिरकिया व टिमरनी को मिलाकर जिला बनाया गया था।
• हरदा को होशंगाबाद जिले से विभाजित किया गया था ।
• टिमरनी तहसील के सोडलपुर गाँव में प्रसिद्ध कान्हा बाबा का मेला लगता है ।
• हरदा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण स्थल रहा है । 1916 में तिलक और 1933 में गांधीजी ने यहाँ की यात्रा की थी ।
• नर्मदा नदी के किनारे हंडिया एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है और तेली की सराय भी यहीं है ।
• बोरी अभ्यारण्य का कुछ भाग हरदा जिले के अंतर्गत आता है ।
• हरदा में रिद्धेश्वर मंदिर (हंडिया) व चरवा मंदिर स्थित है ।
भोपाल (झीलों की नगरी)
• भोपाल राजा भोज द्वारा बसाया गया था ।
• 26 जनवरी 1972 को सीहोर जिले से अलग करके भोपाल जिला बनाया गया है ।
• RCPV नरोन्हा प्रशासनिक एकेडमी भोपाल में स्थित है ।
• इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में स्थित है ।
• भारत भवन भोपाल में स्थित है , जिसका निर्माण 1982 में किया गया था व इसके वास्तुकार चार्ल्स कोरिया थे।
• दुष्यंत कुमार पाण्डुलिपि संग्रहालय भोपाल में स्थित है ।
• प्रदेश की सबसे बड़ी मस्जिद – ताजुल मस्जिद व सबसे छोटी मस्जिद – ढाई सीढ़ी मस्जिद यहीं पर स्थित है ।
• भोपाल शहर 5 पहाडि़यों पर (कटारा, अरेरा, श्यामला, ईदगाह व नेओरी) बसा है ।
• 2 – 3 दिसम्बर 1984 को यूनियन कार्बाइड से मिथाइल आइसो साइनेट गैस का रिसाव हुआ था ।
• भोपाल में राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी 2002 में स्थापित की गई ।
• इसरो को उपग्रह नियंत्रण केंद्र 2005 में स्थापित किया गया ।
• यह राज्य का सर्वाधिक विश्वविद्यालयों वाला जिला है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, माखनलाल चतुर्वेदी
पत्रकारिता विश्वविद्यालय , राजा भोज खुला विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय और अटल बिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय सभी भोपाल में स्थित है ।
• मौलाना अबुल कलाम आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भारतीय वन प्रबंध संस्थान और भारतीय होटल प्रबंधन संस्थान भी भोपाल में हैं ।
• क्षेत्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला , उन्नत सांड प्रजनन केन्द्र भदभदा तथा कृषि एवं प्रशिक्षण प्रयोगशाला भोपाल में है।
• भोपाल के बड़े तालाब का निर्माण परमार राजा भोज ने करवाया था ।
• भोपाल में 1964 में ब्रिटेन के सहयोग से बीएचईएल की स्थापना की गई ।
• भोपाल के निशातपुरा में रेलवे कोच फैक्ट्री है ।
• राज्य सचिवालय का नाम वल्लभ भवन और राज्य संचालनालय सतपुड़ा व विन्ध्याचल नामक इमारतों से संचालित किए जाते हैं ।
• वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में हैं, जहां सर्प उद्यान व बर्ड इंटरप्रिटेशन केंद्र स्थित है ।
• भोपाल में गाँधी मेंडिकल कॉलेज है ।
• भोपाल में राजा भोज हवाई अड्डा स्थित है ।
• हबीबगंज (अटल स्टेशन) रेलवे स्टेशन आईएसओ प्रमाणित व देश का पहला निजी रेलवे स्टेशन है ।
• प्रदेश का प्रथम आपदा प्रबंधन संस्थान 1987 में स्थापित किया गया है ।
• भोपाल के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल ताजमहल पैलेस, गोहर महल, कमलापति महल व बेनजीर भवन स्थित हैं ।
रायसेन
• रायसेन शहर को 1143 में रायसिंह ने बसाया था ।
• रायसेन का प्रमुख औद्योगिक केंद्र मंडीदीप है ।
• रायसेन के साँची में बौद्ध स्तूप है ।
• मंडीदीप में ऑप्टिकल फाइबर व इलेक्ट्रो ग्रेफाइट बनाने का कारखाना है ।
• रातापानी अभ्यारण्य स्थित है जिसे बाघ परियोजना में शामिल किया गया है ।
• ओबेदुल्लागंज के पास भीमबेटका गुफा समूह मानव के आदि जीवन के साक्ष्य प्रदान करती है। जिन्हें 2003 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर में शामिल किया ।
• रायसेन में ही एक अन्य यूनेस्को विश्व धरोहर में 1989 में शामिल साँची का स्तूप भी है ।
• रायसेन के पाटनी गाँव में मृगेन्द्रनाथ की गुफाएँ हैं ।
• साँची में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध विश्वविद्यालय का शिलान्यास 2012 में हुआ ।
• विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग भोजपुर में है ।
• रायसेन के कुपवाड़ा नामक स्थान पर आचार्य रजनीश (ओशो) का जन्म हुआ ।
• रायसेन का किला राजा राजबसंती द्वारा निर्मित है, यहाँ बादल व राजा रोहित का महल स्थित है ।
• रायसेन के तामोट में प्लास्टिक पार्क बनाया गया है ।
• मंडीदीप में गैस सिलेंडर कारखाना स्थापित किया गया है ।
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राजगढ़
• राजगढ़ जिले ब्यावरा में राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा है ।
• राजगढ़ देश का पहला जिला है, जिसने पृथक मानव विकास प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है ।
• राजगढ़ के नरसिंहगढ़ (चिड़ीखोह) “मालवा के कश्मीर’’ के नाम से जाना जाता है ।
• पीलूखेड़ी में कोका – कोला प्लांट स्थित है ।
• राजगढ़ का गिन्नौरगढ़ का किला तोतों के लिए प्रसिद्ध है ।
सीहोर
• बुधनी में रेल्वे स्लीपर बनाने का कारखाना है ।
• प्रदेश का पहला आवासीय खेल विद्यालय सीहोर में स्थित है ।
• सीहोर का पुराना नाम सिद्धपुर था ।
• जिले में रेहटी में लघु वनोपज संघ की फार्मेसी व विपणन केन्द्र हैं ।
• सलकनपुर में पहाड़ी पर विजयासन माता का मंदिर है ।
• आष्टा तहसील से पार्वती नदी निकलती है ।
• ट्रेक्टर परीक्षण केन्द्र बुधनी में है ।
• सीहोर में कुंवर चैन सिंह की समाधि स्थित है ।
• सीहोर में चिंतामन गणेश मंदिर स्थित है ।
• राष्ट्रीय लेग्युम रिसर्च सेंटर सीहोर में स्थित है ।
विदिशा
• विदिशा का पुराना नाम भेलसा या बेसनगर था ।
• सम्राट अशोक की पत्नी महादेवी विदिशा की रहने वाली थी ।
• विदिशा, बेतवा नदी के किनारे स्थित है ।
• विदिशा में भागवत धर्म से संबंधित होलियाडोरस का प्रसिद्ध गरूड़ स्तंभ है ।
• सम्राट अशोक सागर परियोजना हलाली नदी पर स्थित है ।
• उदयगिरि की गुफाएँ विदिशा में है और यह गुप्तकालीन है ।
• उदयगिरि में नीलकंठ मंदिर व ग्यारसपुर में माला देवी मंदिर स्थित है ।
• जिले का गुजबासौदा मध्यप्रदेश का सबसे गर्म स्थान है ।
• नोबल पुरूस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का जन्म विदिशा में हुआ है ।
सागर (म.प्र. का स्विट्ज़रलैंड)
• सागर शहर की स्थापना 1660 में उड़ान सिंह ने की थी ।
• प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण्य नौरादेही सागर में स्थित है ।
• सागर की बीना तहसील के आगासौद में रिफायनरी स्थित है जो ओमान के सहयोग से बनी है ।
• स्टील कॉम्प्लेक्स सागर में स्थित है ।
• सागर में मध्यप्रदेश का सबसे पुराना हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय 1946 में स्थापित किया गया । 2009 में इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त है ।
• बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की स्थापना 2009 में की गई ।
• सागर में जवाहरलाल नेहरू राज्य पुलिस अकादमी की स्थापना की गई है, जहाँ पुलिस प्रशिक्षण का कार्य किया जाता है ।
• सागर के ऐरण अभिलेख में सती प्रथा के प्रथम साक्ष्य मिले हैं ।
• मध्यप्रदेश की फॉरेंसिक सांइस प्रयोगशाला यहीं पर स्थित है ।
• सागर में धमोनी उर्स लगता है ।
• सागर के दर्शनीय स्थल – एरण, रेहली का सूर्य मंदिर और राहतगढ़ जलप्रपात, लाखा बंजारा झील व मंगल गिरी प्रसिद्ध है ।
दमोह (पीतल नगरी)
• दमोह का प्राचीन नाम तुंडीकर था ।
• दमोह का नामकरण रानी दमयंती के नाम पर पड़ा ।
• यहाँ डायमंड सीमेंट, माय सेम सीमेंट व बिडला सीमेंट का कारखाना है ।
• नोहटा गौरैया नदी के किनारे स्थित है, जहाँ प्राचीन नोहलेश्वर मंदिर है ।
• बातीगढ़ का प्रसिद्ध किला पर्शियन वास्तुकला का उत्तम उदाहरण है ।
• यहाँ पर रानी दुर्गावती कालीन सिंगोरगढ़ का किला है ।
• रानी दुर्गावती अभ्यारण्य दमोह में स्थित है ।
• कुंडलपुर में प्रसिद्ध जैन मंदिर है ।
• दमोह जिले के अन्य दर्शनीय स्थल गुलाब झील, निदान कुंड जलप्रपात हैं ।
पन्ना (हीरा नगरी, आँवला जिला)
• पन्ना भारत में एकमात्र जिला है , जहाँ बहुमूल्य खनिज हीरा प्राप्त
होता है । यहाँ हीरा उत्खनन का कार्य नेशनल मिरलर डेवलपमेंट
कार्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है।
• पन्ना में अजयगढ़ का प्रसिद्ध किला है ।
• पन्ना जिले के प्रसिद्ध मंदिर – बलदेव मंदिर, नचनाकुठार
पार्वती मंदिर, दधिचि मंदिर, प्राणनाथ मंदिर, पद्मावती मंदिर आदि प्रसिद्ध हैं ।
• पुरैना औद्योगिक कैन्द्र पन्ना में स्थित है , जो कि सीमेंट उद्योग के लिए प्रसिद्ध है ।
• पन्ना में प्राणनाथ का मेला, बलदेव का मेला प्रसिद्ध है ।
छतरपुर
• राजा छत्रसाल के नाम पर छतरपुर का नामकरण हुआ ।
• छतरपुर जिले की प्रसिद्धि खजुराहों में चन्देल वंश के द्वारा निर्मित मंदिरों के कारण है । इन्हें 1986 में यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों में शामिल किया है ।
• खजुराहों को “स्थापत्य कला का तीर्थ’’ कहा जाता है ।
• छतरपुर के धुबेला में मस्तानी महल व छत्रसाल संग्रहालय स्थित है ।
• चंदेल शासकों की राजधानी होने के कारण इसे जेजाकमुक्ति कहा जाता था ।
• प्रतिवर्ष खजुराहों में भारतीय शास्त्रीय नृत्य समारोह का आयोजन किया जाता है ।
• देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना केन – बेतवा सम्पर्क के तहत दोधन बाँध निर्माणाधीन है ।
• खजुराहों के कंदरिया महादेव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, आदिनाथ व घंटाई मंदिर आदि प्रमुख है ।
• छतरपुर में जल बिहारी का मेला लगता है ।
• चरणापादुका काण्ड को मध्यप्रदेश का जलियांवाला हत्याकांड कहा जाता है।
• 2020 में खजुराहों में हीरा संग्रहालय बनाने की घोषणा की गयी है ।
• उर्मिल परियोजना व रनेह जलप्रपात केन नदी पर स्थित है ।
टीकमगढ़
• टीकमगढ़ का प्राचीन नाम टेहरी था ।
• मध्यप्रदेश की प्रथम महिला मुख्यमंत्री उमा भारती टीकमगढ़ निवासी है ।
• मध्यप्रदेश का सर्वाधिक पशुधन वाला जिला टीकमगढ़ है ।
• यहीं पर प्रसिद्ध कुंडेश्वर (कुंडेश्वर महादेव मंदिर) है। जहाँ प्रतिवर्ष शिवरात्रि पर मेला लगता है ।
• टीकमगढ़ पीतल उद्योग के लिए प्रसिद्ध है ।
• टीकमगढ़ बेल मेटल कलाकृति के लिए प्रसिद्ध है और इसे भौगोलिक संकेतक दिया गया है ।
निवाड़ी (प्रदेश की अयोध्या नगरी)
• 01 अक्टूबर 2018 को टीकमगढ़ जिले से अलग करके बनाया गया मध्यप्रदेश का 52 वां जिला है।
• इसमें टीकमगढ़ जिले की 3 तहसीलें निवाड़ी, ओरछा व पृथ्वीपुर को शामिल किया गया ।
• मध्यप्रदेश में क्षेत्रफल व जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा जिला निवाड़ी है।
• बुंदेलखंड के अंतर्गत निवाड़ी जिले में प्रसिद्ध पर्यटन और ऐतिहासिक नगरों में ओरछा का विशेष महत्व है ।
• ओरछा बेतवा नदी की किनारे स्थित है और इसे 2019 में यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल किया गया है ।
• ओरछा में राजाराम मंदिर, चतुर्भुज मंदिर, कंचन घाट, चंद्रशेखर आजाद मेमेारियल, जहाँगीर महल और बुंदेला शासकों की छतरियाँ हैं ।
• ओरछा में रामायण कला संग्रहालय बनाया गया है ।
रीवा (सफेद शेरों की भूमि)
• रीवा का प्राचीन नाम भदा था ।
• म.प्र. का सबसे ऊँचा जल –प्रपात बहूटी सेलर नदी पर स्थित है ।
• यहाँ महामृत्युंजय का मेला लगता है ।
• रीवा में प्रदेश का एकमात्र सैनिक स्कूल है ।
• आम अनुसंधान केन्द्र – गोविंदगढ़ रीवा में स्थित है ।
• सुन्दरजा प्रसिद्ध आम की प्रजाति रीवा जिले में पायी जाती है ।
• अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय स्थित है ।
• सफेद शेरों की भूमि वाला रीवा, मध्यप्रदेश की सर्वाधिक ग्रामीण आबादी वाला जिला है ।
• यह पूर्व विंध्य प्रदेश की राजधानी रहा है ।
• रीवा शहर बिछिया नदी के किनारे स्थित है ।
• बाणसागर परियोजना का मुख्यालय रीवा में ही है ।
• सुपारी के खिलौने के लिए रीवा की विशेष ख्याति है ।
• ठाकुर रणमतसिंह स्टेडियम रीवा में ही स्थित है ।
• वेंकट भवन रीवा में स्थित है ।
• 2019 में प्रदेश का दूसरा गौर अभ्यारण बसामन मामा में प्रस्तावित है ।
• रीवा के अन्य दर्शनीय स्थल – गोविन्दगढ़ तालाब, चचाई , केवटी , पियावन व पूर्वा जलप्रपात स्थित है ।
सीधी
• सीधी जिले में गोपद, सोन, महान व बनास नदियाँ बहती है ।
• यहाँ पर संजय डुबरी राष्ट्रीय उद्यान स्थित है, जिसे प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है ।
• सीधी के माझौली में सोने के भंडार पाए जाते हैं ।
• सीधी में चंडीदेवी का मेला लगता है ।
• सीधी में बगदरा अभ्यारण्य स्थित है ।
सिंगरौली (मध्यप्रदेश का सिंगापुर)
• ऊर्जा खनिजों की उपस्थिति के कारण सिंगरौली (बैढ़न तहसील) को राज्य की ऊर्जा राजधानी होने का गौरव प्राप्त है ।
• खनिज राजस्व की दृष्टि से राज्य के जिलों में सिंगरौली पहले स्थान पर है ।
• बैढ़न ताप विद्युत (विंध्यांचल ताप विद्युत) केन्द्र की स्थापना सोवियत संघ की सहायता से की गई है ।
• सिंगरौली का जिला मुख्यालय बैढ़न है ।
• ऐतिहासिक माठा की गुफाएँ यही स्थित है ।
• एल्युमीनियम कंपनी हिडाल्कों का संयंत्र सिंगरौली में ही स्थित है ।
• 2019 में सिंगरौली के चकरिया गाँव में सोने के भंडार मिले हैं ।
सतना
• सतना का प्राचीन नाम रघुराज नगर था ।
• माँ शारदा का प्रसिद्ध मंदिर सतना जिले के मैहर में स्थित है ।
• सतना (मैहर) को मध्यप्रदेश की संगीत राजधानी होने का गौरव प्राप्त है ।
• सतना जिले में मंदाकिनी नदी के किनारे पवित्र नगर चित्रकूट स्थित है ।
• महात्मा गाँधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय सतना जिले में है ।
• स्फटिक शिला चित्रकूट में राम के पद चिन्ह हैं । जानकी कुंड और लक्ष्मण मंदिर यहीं है ।
• प्रसिद्ध सरोद वादक उत्साद अलाउद्दीन खां की कर्मस्थली मैहर रही है ।
• सतना मुख्यत: सीमेंट उद्योग के लिए प्रसिद्ध है ।
• सतना के मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर सफारी स्थापित की गई है ।
• चूना और गेरू के उत्पादन में यह शीर्ष जिला है ।
• सती अनुसूया और महर्षि अत्री का आश्रम भी सतना के चित्रकूट में है।
• सतना में माधवगढ़ का किला स्थित है।
• तुलसी संग्रहालय चित्रकूट में स्थित है ।
• 2019 में तुलसी सृजनपीठ चित्रकूट में प्रस्तावित है ।
• सतना में भरहुत स्तूप स्थित है, जिसकी खोज 1873 में कनिंघम ने की थी ।
शहडोल (यूरेनियम जिला)
• यूरेनियम का एकमात्र उत्पादक जिलास शहडोल है ।
• शहडोल में सोन नदी पर देवलोंद नामक स्थान पर बाणसागर परियोजना का बाँध स्थापित किया गया है।
• यहीं सोन नदी पर घडि़याल अभ्यारण्य बनाया गया है ।
• कैमूर और मैकाल पर्वत का मिलन बिंदु यहीं पर स्थित है ।
• अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र शहडोल में स्थित है ।
• सोहागपुर में मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है ।
• शहडोल जिले के सोहागपुर में रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा कोल बेड मिथेन प्राप्त किया जा रहा है ।
• सोहागपुर में ही विराटेश्वर मंदिर और कामदेव मंदिर भी अवस्थित है ।
• शहडोल के अमलाई में बिड़ला समूह द्वारा स्थापित ओरिएंटल पेपर मिल है ।
उमरिया
• उमरिया में बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान है । यह देश के सर्वाधिक बाघ घनत्व वाला राष्ट्रीय उद्यान है।
• बाँधवगढ़ का किला बघेल वंश के शासकों द्वारा 14वीं शताब्दी में बनवाया गया है ।
• यहाँ शेषशाही तालाब और विष्णु मंदिर स्थित है ।
• उमरिया में लाख बनाने का सरकारी कारखाना स्थित है।
• वीरसिंहपुर में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र स्थित है ।
• उमरिया मध्यप्रदेश का सबसे छोटा कोयला क्षेत्र है ।
अनूपपुर
• अनूपपुर को 15 अगस्त 2003 का शहडोल से अलग कर जिला बनाया गया ।
• मध्यप्रदेश की जीवनरेखा नर्मदा नदी अनुपपूर जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील से निकलती है ।
• अनूपपुर जिले में नर्मदा नदी द्वारा कपिलधारा, शम्भूधारा, पंचधारा और दुग्धधारा जलप्रपात का निर्माण होता है ।
• अमरकंटक में इंदिरा गाँधी जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है ।
• अमरकंटक में कर्ण मंदिर, कबीर चौराहा, माई की बगिया व सर्वोदय मंदिर स्थित है ।
• ग्राम पंचायत प्रशिक्षण संस्थान अमरकंटक में है ।
• अमरकंटक – अचानकमार जैन आरक्षित क्षेत्र मध्यप्रदेश का नवीनतम जैव आरक्षित क्षेत्र है ।
• अमरकंटक को मध्यप्रदेश का रेनुकूट (बॉक्साइट की अधिक उपलब्धता के कारण) कहा जाता है ।
जबलपुर (आम जिला)
• जाबाली ऋषि के नाम पर जबलपुर का नाम पड़ा ।
• जबलपुर को आचार्य विनोबा भावे ने संस्कार धानी की संज्ञा दी थी ।
• 12 वीं शताब्दी में गोंड शासक मदन शाह ने मेदन महल की स्थापना की ।
• 15 वीं शताब्दी में गोंड शासक संग्राम शाह ने संग्राम सागर झील व बाजना मठ मंदिर की स्थापना की ।
• महात्मा गाँधी सामुदायिक विकास केन्द्र , रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय) स्थित है ।
• प्रदेश एक मात्र वैटनरी विश्वविद्यालय नानाजी देशमुख स्थित है ।
• सुभाष चन्द्र मेडिकल कॉलेज स्थित है ।
• संगमरमर, तेंदुपत्ता व बीड़ी उत्पादन में जबलपुर का अग्रणी स्थान है ।
• जबलपुर के रूपनाथ में अशोक का अभिलेख प्राप्त हुआ है ।
• मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्यालय जबलपुर में है।
• भारतीय वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून का क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर में है ।
• यहाँ देश का पहला रत्न परिष्कृत केंद्र है ।
• केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अधीन भारी वाहन कारखाना , गन कैरिज एवं फैक्ट्री है।
• देश का पहला विकलांग पुनर्वास केन्द्र जबलपुर में है ।
• पं. रविशंकर स्टेडियम जबलपुर में स्थित है ।
• नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित है ।
• पर्यटन की दृष्टि से मदन महल, चौसठ योगिनी मंदिर, हनुमान ताल, लमेटा हिल्स और भेड़ाघाट जलप्रपात प्रमुख है ।
• भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी अभिकल्पना एवं विनिर्माण संस्थान ( IIITDM) 2005 में की स्थापना की गई है ।
कटनी (चूना नगरी)
• कटनी का प्राचीन नाम मुड़वारा था।
• कटनी को जबलपुर से पृथक करके 1998 में जिला बनाया गया ।
• देश की पहली किन्नर महापौर कमला जॉन यहीं से बनी थी ।
• ठगी प्रथा को खत्म करने में सहायता करने वाले कर्नल स्लीमन
के नाम पर यहाँ स्लीमनाबाद नगर स्थापित किया गया जहाँ स्टोन
पार्क है ।
• कटनी की विजयराघवगढ़ किले का निर्माण प्रयागराज द्वारा करवाया गया था ।
• कटनी में पर्यटक स्थान तिगवा का विष्णु मंदिर, रूपनाथ धाम स्थित है ।
• कटनी का बिलहरी पान देश में प्रसिद्ध है ।
नरसिंहपुर
• राज्य का एकमात्र किशोर बंदीगृह नरसिंहपुर में है।
• गाडरवाड़ा में स्थित बरमान घाट पर मकर संक्राति पर
13 दिन के लिए बरमान का मेला लगता है ।
• चौरागढ़ किले का निर्माण संग्रामसिंह द्वारा कराया गया ।
• नरसिंहपुर के गाडरवाड़ा में पर्यटक स्थल डमरू घाटी स्थित है ।
• मध्यप्रदेश गन्ना अनुसन्धान केंद्र गाडरवाड़ा के बोहानी ग्राम में स्थित है ।
• हाल ही में (2020) नरसिंहपुर के करेली में शक्कर नदी के किनारे प्राचीन शैलचित्र पाए गए हैं ।
छिन्दवाड़ा (सिटी ऑफ कोर्न)
• छिन्दवाड़ा , क्षेत्रफल के आधार पर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जिला है ।
• राज्य का मानव विकास संस्थान छिन्दवाड़ा में है।
• छिन्दवाड़ा के तामिया विकासखंड में पातालकोट नाम स्थान पर भारिया जनजाति निवास करती है ।
• यहाँ पर दूधी नदी बहती है, जो नर्मदा की सहायक नदी है।
• छिन्दवाड़ा में स्याही बनाने का सरकारी कारखाना है ।
• जाम नदी के किनारे पांढुर्ना में गोटमार का मेला लगता है।
• छिन्दवाड़ा में एग्रो कॉम्पलेक्स व मसाला पार्क स्थापित है ।
• बादलभोई आदिवासी संग्रहालय छिन्दवाड़ा में स्थापित किया गया है ।
सिवनी (मध्यप्रदेश का लखनऊ)
• सिवना वृक्ष के नाम पर सिवनी का नामकरण हुआ था ।
• सिवनी में वेनगंगा नदी पर एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बाँध बनाया गया है । इसे भीमगढ़ बाँध या संजय सरोवर कहते है ।
• पेंच राष्ट्रीय उद्यान यहीं स्थित है । जिसे टाइगर प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है, राज्य सरकार यहीं पर मोगली उत्सव मनाती है। इसी पार्क में मोगलीलैंड का निर्माण किया जा रहा है ।
• यहीं पर मठघोघरा (भैरोथन) का मेला लगता है ।
• टुरिया जंगल सत्याग्रह का संबंध सिवनी से है।
• सिवनी का लखनादौन काली मूंछ चावल और मावाबाटी के लिए प्रसिद्ध है ।
मंडला
• कान्हा किसली प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पार्क यहीं स्थित है ।
• कान्हा किसली बाघ व बारहसिंगा के लिए प्रसिद्ध है ।
• मंडला में सर्वाधिक रेशम उत्पादन होता है।
• चुटका परमाणु विद्युत केन्द्र मंडला में प्रस्तावित है ।
• मंडला किले में मोती महल, राज राजेश्वरी भव व बघेलिन महल स्थित है ।
• रानी अवन्ती बाई की समाधि रामगढ़ मंडला में स्थित है ।
बालाघाट (तांबा व मैगनीज नगरी)
• बालाघाट मध्यप्रदेश का सर्वाधिक लिंगानुपात (1021) वाला जिला है ।
• यह जिला बाँस के वन और मैंगनीज की एशिया की सबसे बड़ी खुली
खदान भरवेली प्रसिद्ध है । इसे “मैंग्नीज नगरी’’ भी कहा जाता है ।
• मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की संयुक्त परियोजना बावनथड़ी (राजीव सागर) यहीं पर स्थित है ।
• मजालखंड ताम्र अयस्क उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है व यहाँ HCL (Hindustan Copper Limited) कार्यरत है ।
• प्रदेश में सर्वाधिक वन बालाघाट जिले में पाए जाते हैं व इन वनों को “शिकारियों का स्वर्ग’’ कहा गया है ।
• यहाँ प्रदेश का पहला वनराजिक महाविद्यालय स्थापित किया गया है ।
• बालाघाट के प्रमुख पर्यटक स्थल लांजी का किला, गाँगुलधारा जलप्रपात स्थित है ।
• बालाघाट में रामपयली का मेला चन्दन नदी के किनारे लगता है ।
डिंडोरी
• डिंडोरी जिले का गठन 1998 में मंडला से अलग करके किया गया है ।
• मध्यप्रदेश में न्यूनतम जनसंख्या घनत्व (94 व्यक्ति) वाला जिला है।
• जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान प्रदेश का सबसे छोटा जीवाश्म नेशनल पार्क डिंडोरी में है।
• डिंडोरी में पर्यटन स्थल देवनाला व दागोना जलप्रपात स्थित है ।
• कारोपानी हिरन पार्क डिंडोरी में स्थित है ।
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